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Showing posts from April 24, 2009

Loksangharsha: मुक्तक

मुक्तक ताप से तप से कभी- राग से रस से कभी- जीवन विसंगतियों भरा - राम से रब से कभी॥ तुम मिलो जिंदगी दीप वन जल उठे । अश्रु की धार में प्यार भी पल उठे । भावना के सलोने मधुर दे बता- तुम मिलो जिंदगी गीत में ढल उठे॥ तूलिका सी वरौनी सजाये हुए। भेद भरे नैन सपने संजोय हुए। कोर काजर ह्रदय पर करे घात यों- जैसे मुनि मेनका में समाये हुए॥ लाल अंधेरो में मोती सजाये हुए। नासिका सुकू सी गर्दन झुकाए हुए। चैन छीना है मादक कपोलो ने यों- जैसे राधा ठगी दृग लगाये हुए॥ डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'

हिंदुस्तान का दर्द

लोग कहते हैं क्यों युंही सिर खपाता हूं । गीत गाता व्यर्थ ही क्यों गुन गुनाता हूं । गीत ही है जिन्दगी मेरे लिये ए दोस्त, ज़िन्दगी जीता हूं मैं तो गुन गुनाता हूं. जाने कितने गम ज़माना लिये फ़िरता है, गीत गाकर मैं वही तुमको सुनाता हूं । त्रस्त है जीवन यहां हर खासो-आम का , इसलिये जन-जन की बातें कहता जाता हूं। हो रहीं क्यों जहां में ख्वारियां रुसवाइयां, तुम हो डरते किन्तु मैंतो कह सुनाता हूं। कौन धाये है कहर सब खासो-आम पर, श्याम तुम कहते नहीं पर मैं तो गाता हूं। --डा. श्याम गुप्त

जागो हिन्दू - सन्दर्भ - हिन्दू जागरण

वैसे तो केन्द्र में सत्तारूढ़ होने के बाद से संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन ने एक के बाद एक मुस्लिम तुष्टीकरण के ऐसे कदम उठाये हैं जो पिछले सारे रिकार्ड धवस्त करते हैं. निजी टेलीविजन के साथ साक्षात्कार में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गाँधी ने स्वीकार किया था कि मुसलमान कांग्रेस के स्वाभाविक मित्र हैं और उन्हें अपने पाले में वापस लाने का पूरा प्रयास किया जायेगा. यह इस बात का संकेत था कि मुसलमानों को कुछ और विशेषाधिकार दिये जायेंगे. इसी बीच केन्द्र सरकार ने सेवा निवृत्त न्यायाधीश राजेन्द्र सच्चर की अध्यक्षता में एक आयोग बनाकर समाज के प्रत्येक क्षेत्र में मुसलमानों की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का आकलन करने का निर्णय लिया. सेना में मुसलमानों की गिनती सम्बन्धी आदेश को लेकर उठे विवाद के बाद उस निर्णय को तो टाल दिया गया परन्तु न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका में मुस्लिम भागीदारी का सर्वेक्षण अवश्य किया गया. राजेन्द्र सच्चर आयोग ने अब अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रधानमन्त्री को सौंप दी है. इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने से पूर्व ही जिस प्रका

अतुल्य भारत का अतुलित काला धन

प्रेम शुक्ल प्रेम शुक्ल जी की लेखन शैली और विचारधारा देश हित की रही है और इनके लेख तीरों की तरह कार्य करते है.प्रेम जी ने यह लेख विस्फोट डॉट कॉम के लिए लिखा है जिसे हम साभार यहाँ प्रकाशित कर रहे है.आपकी राय आमंत्रित है मुंबई से प्रकाशित हिन्दी सामना के कार्यकारी संपादक। पिछले 20 सालों से पत्रकारिता। पत्रकारिता के साथ ही मुबंई में हिन्दीभाषी समाज के विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय. प्रोफेसर पटनायक के अनुसार यदि प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 2400 कैलोरी आहार का मापदंड माना जाए तो ग्रामीण भारत का लगभग 80 फीसदी निवासी गरीब है। यदि प्रति व्यक्ति प्रति दिन 2200 कैलोरी आहार मापदंड भी माना जाए तब भी 70 फीसदी लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं। दूसरी ओर इसी `अतुल्य भारत´ का 25 से 70 लाख करोड़ रूपए कालेधन के रूप में विदेशों में जमा होता है। देश में बसने वाले लगभग सवा लाख लोगों के पास 440 बिलियन डॉलर की जायदाद है। ये अकूत जायदाद और कालाधन कहां से लाया गया? भारतीय जनता पार्टी के नेता और प्रतीक्षारत प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने वचन दिया है कि यदि केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठ

22 वर्षीय विवाहिता के साथ गैंग रेप

खरड़. लुधियाना के गांव हैबोवाल निवासी 22 वर्षीय विवाहिता ने अपने परिचित और उसके दो साथियों पर गैंग रेप का आरोप लगाया है। घटना मंगलवार को हुई। आरोपियों में चंडीगढ़ का प्रॉपर्टी डीलर मेहर चंद और उसके दो साथी शामिल हैं। दो वर्ष पहले ब्याही गई और एक बच्चे की मां पीड़िता वीरवार को पति के साथ पुलिस के पास आई। सिटी प्रभारी अतुल सोनी ने बताया कि महिला का मेडिकल करवाया गया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक मेहर चंद करीब 6 माह पहले उसके सम्पर्क में आया था। गत मंगलवार मेहर ने उसे फोन कर खरड़ बुलाया, जहां उसके दो अन्य साथी भी थे। तीनों उसे एक स्थान पर ले गए और रेप किया। पीड़िता शिकायत लेकर पहले सिटी पुलिस के पास गई थी, जहां कारवाई न होने पर वह एसएसपी से मिली। मामले की जांच डीएसपी खरड़ को सौंपी गई। उन्होंने इसे सिटी प्रभारी को सौंपा। जानकारी के मुताबिक महिला की पहले सुनवाई न करने वाले एएसआई जागीर सिंह भी इस मामले में जांच के घेरे में आ गए हैं। उनके विरुद्ध भी विभागीय जांच शुरू की गई है। सिटी पुलिस द्वारा एएसआई के रवैये को लेकर डीएसपी को लिखा गया है। एसएसपी जतिंदर सिंह औलख ने कहा कि एएसआई जागीर सिंह द्वारा

एक शे'र: इन्तिज़ार - आचार्य संजीव 'सलिल'

मिलन के पल तो कटे बाप के घर बेटी से। जवां बेवा सी घड़ी इन्तिज़ार की है 'सलिल'॥ -दिव्यनर्मदा.ब्लागस्पाट.कॉम -संजिव्सलिल।ब्लागस्पाट.कॉम ******************

फ़िर से दिल तो टूटे गा॥

शीशा टूटे य न टूटे फ़िर से दिल तो टूटे गा॥ महगाई की मार पड़ेगी प्रिय से प्रेमी रूठेगा॥ महगेमहगे कपडे मागे प्रेम नगर भी जाना है॥ प्रिय प्रवाह होटल में बैठ कर प्रेम प्रसाद भी खाना है॥ खाता देखा के प्रेमी जी के आँख से आंसू छूटे गा॥ प्रेम वती गाडी लेना है प्रेम भवन बनवाना है॥ प्रेमातुर पिक्चर देखेगे प्रेम बाग़ भी जाना है॥ ५ लाख का बज़ट देख कर प्रेमी खजाना लूतेगे॥ प्रेम रतन जो पुष्प लगाना प्रिया की सेज सजाना है॥ सोलह सिंगार को पूरा करना॥ खुशिया का मौसम लाना है॥ सोच सोच के प्रेमी राजा के मुह से गुब्बारे फूटेगे॥
७.०३.२००९ किसी का प्यार संभलने में जितनी मदद करता है उससे ज्यादा नफरत लेकिन हाँ नफरत भी उसी की होनी चाहिए जिसके प्यार ने उसे तोडा हो । १६.०३.२००९ किसी का भी छोटा मोटा गुनाह कोई भी माफ़ कर देता है लेकिन गुनाह जब हद पार कर जाता है तो कम से कम अच्छा ........ सच्चा और ज्यादातर सहनशीलता दिखानेवाला इंसान बुरी तरह से रिअक्ट जरूर करता है । १२.०४.२००९ यह सही है कि दुनिया में अच्छे लोग कम रह गए है ....... कम होते हैं लेकिन जो अच्छे होते हैं वह इतने ज्यादा अच्छे होते हैं कि उनकी अच्छे पर सहज यकीं ही नहीं करता कोई .

आंसू

आंसू! कई बार बहते है एक साथ कई दुखों के लिए आरती "आस्था"

सचमुच में बड़ी

मेरी udghoshna सुनकर कि अब बड़ी हो गई हूँ मैं तुम्हारा यह कहना कि तुम तो थीं हमेशा से बड़ी तुम्हारे विचार ............ तुम्हारी सोंच ने छोटा कभी रहने ही नहीं दिया तुम्हें यदि सही है तो बताओ मुझे बच्चों की तरह अक्सर ही दिल मेरा क्यों कहता है कि जी भर रोऊँ मैं और गले लगाकर चुप कराये कोई किसी भी नन्हें मासूम की तरह क्यों जब- तब जिद कर बैठता है दिल मेरा ऐसे लोगो की जो नहीं हो सकते मेरे क्यों देखती हूँ ख्वाब बच्चों की मानिंद बंजर दिलों में निश्चल भावों के दरख्त उगाने के यह देखकर भी कि हकीकी ख्याल मेरे तब्दील होते जा रहे हैं दिन बा दिन khawabon में सच- सच बताओ मुझे इसलिए कह रही थी तुम यह n ताकि chodkar bachpana बन जाऊँ मैं सचमुच में बड़ी । arti "astha"