वर्तमान काल के सभी प्रकार के वाक्यों की संस्कृत में निर्माण प्रक्रिया बन्धुओं जैसा कि आप सब को पता ही है , आप का संस्कृतजगत् ब्लाग आप के लिए नित नये तथा सरल तरीके लाता रहता है संस्कृत सीखने के लिये । इसी क्रम में फिर हम लेकर आये हैं आपके लिये संस्कृत का सरलतम अनुवाद । इस बार की प्रक्रिया थोडी सी लोक प्रचलित है । जिस तरह आप अंग्रेजी सीखते समय प्रत्येक काल के चार चार भाग , इनडिफनिट , कान्टिन्युअस , परफेक्ट व परफेक्ट कान्टिन्युअस सीखते हैं तथा प्रत्येक के पुन: चार चार भाग , साधारण , नकारात्मक , प्रश्नवाचक तथा प्रश्नवाचक नकारात्मक वाक्य सीखते हैं इसी क्रम पर आधारित नूतन संस्कृत प्रशिक्षण आरम्भ किया गया है । बहुप्रचलित प्रक्रिया होने से इससे आपको संस्कृत सीखने में अत्यधिक आसानी होगी । अबतक कुल मिलाकर वर्तमान काल के चारों प्रकार के वाक्यों की निर्माण प्रक्रिया बताई जा चुकी है । इन्हे देखने के लिए आप निम्नोक्त श्रृंखलाओं (LINKS) पर नोदन (CLICK) कर सकते हैं । वर्तमानकाल-साधारण वाक्य (PRESENTINDEFINITE) वर्तमानकाल- प्रगतिशील वाक