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Showing posts from February 23, 2010

खटीमा , उत्तराखण्ड बाल कल्याण संस्थान खटीमा द्वारा आयोजित इण्डो नेपाल बाल साहित्तकार सम्मेलन , दिनांक २० , २१ फरवरी २०१० को संपन्न हुआ .

मां पूर्णागिरि की छांव में , नेपाल की सरहद के पास ,हिमालय की तराई .. खटीमा , उत्तराखण्ड ...खटीमा फाइबर्स की रिसाइकल्ड पेपर फैक्ट्री का मनमोहक परिवेश ... आयोजको का प्रेमिल आत्मीय व्यवहार ...बाल कल्याण संस्थान खटीमा द्वारा आयोजित इण्डो नेपाल बाल साहित्तकार सम्मेलन , दिनांक २० , २१ फरवरी २०१० को संपन्न हुआ . कानपुर में एक बच्चे ने स्कूल में अपने साथी को गोली मार दी ... बच्चो को हम क्या संस्कार दे पा रहे हैं ? क्या दिये जाने चाहिये ? बाल साहित्य की क्या भूमिका है , क्या चुनौतियां है ? इन सब विषयो पर गहन संवाद हुआ . दो देशो , १४ राज्यो के ६० से अधिक साहित्यकार जुटें और काव्य गोष्ठी न हो , ऐसा भला कैसे संभव है ... रात्रि में २ बजे तक कविता पाठ हुआ .. जो दूसरे दिन के कार्यक्रमों में भी जारी रहा .. बाल पत्रिकाओ के संपादक , कवि , लेखक , बाल साहित्य मनीषी , विवेचक , स्थानीय बुद्धिजीवियो ने , व बच्चो ने कार्यक्रम में अपनी अपनी हिस्सेदारी निभाई . ९४ वर्षीय बाल कल्याण संस्थान खटीमा के अध्यक्ष आनन्द प्रकाश रस्तोगी की सतत सक्रियता , साहित्य प्रेम , व आवाभगत से हम सब प्रभावित रहे .. ईश्वर उन्हें चिरा

लो क सं घ र्ष !: हो सकता है नक्सलवाद का आन्दोलन सही हो - उच्चतम नयायालय

' हो सकता यह आन्दोलन सही मकसद के लिए किया जा रहा हो । शायद यही वजह है कि इसे लोगों का भी समर्थन मिल रहा है । यदि ऐसा है तो इसमें समस्या क्या है ।' - माननीय उच्चतम न्यायालय माननीय उच्चतम न्यायालय ने नक्सल आन्दोलन पर यह टिपण्णी करते हुए कहा कि इस पर सरकारों का रूख ठीक नहीं है । माननीय उच्चतम न्यायालय ने छत्तीसगढ़ के गोपाढ गाँव में 10 आदिवासियों की हत्या सुरक्षा बालों द्वारा करने की जनहित याचिका की सुनवाई कर रहे माननीय न्यायमूर्ति बी . सुदर्शन रेड्डी तथा माननीय न्यायमूर्ति सुरेन्द्र सिंह निज्जर की खंडपीठ ने व्यक्त किये । उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रमुख श्री करमवीर सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ब्रजलाल ( कानून व्यवस्था ) अपराधियों का कुछ कर नहीं पा रहे हैं । थानों में पुलिस पिटाई से मौते हो रही हैं । वर्तमान में पुलिस की कार्यप्रणाली अपराधी गिरोहों जैसी हो गयी है तो दूसरी तरफ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां भी व्यापक

हमारे दिमाग में छेद है..

हमारे दिमाग में एक छेद है। इस लिए हम सारे छेदों का रहस्य जानते है। उनकी परिभाषा से हम पर्भाषित है॥ जो हमें कठिनाइयो को सुलझाने में सहायता प्रदान करते है॥ जिससे हम हर के रहस्य का विश्लेषण भली भाँती कर लेते है॥