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Showing posts from September 28, 2010

एहसास

क्या कहे केसी हसीं वो शाम थी ! ना जाने किसकी याद हमारे पास थी ! सर्द हवाओ का प्यारा सा एहसास था ! मद मस्त मंद-मंद हवाओ का प्यार था ! जान कर हम ना जाने क्यु अनजान थे ! मीठे -मीठे दर्द से आज भी  बेजान थे !  सर्द हवाए जेसे बदन को छु रही थी ! प्यारी-२बाते किसी की दिल मै उतर रही थी! मीठे २ दर्द का एहसास  दिल के करीब था ! कहते भी कीससे हर कोई हमसे जो दूर था ! रात ने भी जेसे २ दस्तक देना शुरू किया ! नीद ने भी अपनी आग़ोश मै लेना शुरू किया ! बात जहां से शुरू हुई वही पर ख़तम हुई ! यादे भी अपने  पंख समेटे हमसे विदा हुई ! अब ना जाने हमको वो अपना कब पैगाम सुनाएगी  ! प्यारे प्यारे छोको से फिर से हमे जगाएगी ! You might also like: चुप्पी खुदा सपनो का संसार LinkWithin

भारत-भारती वैभवम्

प्रिय बन्‍धु आपके संस्‍कृतब्‍लाग संस्‍कृतम्-भारतस्‍य जीवनम् पर अमित जी  ने बडी सुन्‍दर पंक्तियाँ राष्‍ट्र के बारे में प्रस्‍तुत की हैं  "भारत-भारती-वैभवं अपने विचार ब्‍यक्‍त करके उत्‍साह वर्धन करें । संस्‍कृतलेखनप्रशिक्षणकक्ष्‍या का वर्तमान काल प्रकरण प्रस्‍तुत किया जा चुका है । संस्‍कृतलेखनप्रशिक्षणकक्ष्‍या- वर्तमानकाल: । पढें और लाभान्वित हों ।। -- भवदीय: - आनन्‍द: -- भवदीय: - आनन्‍द:

कैसे हो दोस्तों,मैं बापिस आ गया.

नमस्कार दोस्तों,कुछ दिनों के अंतराल के बाद आज फिर हाजिर हूँ आप लोगों के बीच,मत पूछिए कितना कशमश भरा रहा यह सारा दिल्ली और शिमला का सफ़र. दिल्ली में खेलों के आयोजन ने रिक्शा और ऑटो ड्राईवर की रोजी रोटी प्रभावित कर दी है तो उन्ही के दर्द के साथ दिल्ली से बापसी हुई,मोहल्ला लाइव का बहसतलब भी मजेदार और सार्थक रहा,इसके बाद शिमला ने थोडा सुकून दिया. लेकिन चैन तो सागर बापिस आकर ही मिला,तो दोस्तों आजसे फिर शुरुआत करता हूँ हिन्दुस्तान के दर्द की.... संजय सेन सागर  जय हिन्दुस्तान -जय यंगिस्तान 

सादगी

      सादगी वो अदा है जिसका कोई सानी नहीं है ! सादगी ही इंसा को इंसा की हकीक़त बतलाती है ! सादा जीवन उच्च विचार इंसा का परिचय करवाती है ! सादगी ही इंसा को इंसा के और  करीब ले आती है ! सादगी ही असल जीवन से उसका परिचय करवाती है ! सादा जीवन ही मानव का असल जीवन का गहना है ! और ऊपर का आवरण तो इसी जग मै रहना है ! सादगी ही मानव की सभ्यता का प्रतीक है ! अपने लिए कठोर दुसरो के लिए कोमल है सादगी ! You might also like: फूल कॉमनवेल्थ १० मिनट १० गोलिया और सारी दिल्ली झावनी मै तब्दील LinkWithin