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Showing posts from December 18, 2008

बुश पर फेंके गए जूते का DNA टेस्ट, लश्कर से संबंध?

इराक में अमेरिकी प्रेजिडंट जॉर्ज बुश पर जूते फेंकने वाले पत्रकार को लेकर पाकिस्तान में एसएमएस और ई - मेल के जरिए चुटकुले भेजे जा रहे हैं। इन चुटकुलों में कहा जा रहा है कि जो जूते बुश पर फेंके गए , वे पाकिस्तान से ही इराक भेजे गए थे। चुटकुले में जूते के चमड़े को लेकर भी मजाक किया गया है , जिसमें कहा गया है कि चमड़े के ' डीएनए टेस्ट ' से पता चला है कि इसका संबंध लश्कर से है। पाकिस्तान में इन दिनों सबसे अधिक प्रचलित इस चुटकुले में कहा गया है कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने बुश पर जूता फेंकने वाले पत्रकार का संबंध पाकिस्तान और जमात - उद - दावा से जोड़ा है। देखें : बुश पर ऐसे साधा इराकी पत्रकार ने जूतों से निशाना चुटकुले के मुताबिक , इराकी पत्रकार मुंतजिर अली जैदी साल की शुरुआत में पाकिस्तान आए थे और सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री अरबाब गुलाम रहीम तथा पूर्व संसदीय मंत्री शेर अफगान नियाजी पर जूते फेंकने की घटना से प्रभावित हुए थे। गौरतलब है कि रहीम और नियाजी दोनों ही पाकिस्तान के पूर्व प्रेजिडंट परवेज मुशर्रफ के कट्टर समर्थक माने जाते रहे। सिंध विधानसभा में रहीम का जूतों से स्वागत किया गया

यहाँ सेक्स टैबू है स्त्री के लिए

से क्स को हमारे यहां हमेशा से ही टैबू माना गया है। सेक्स पर बात करना। उसे जग-ज़ाहिर करना या आपस में शेयर करना। हर कहीं सेक्स प्रतिबंधित है। सेक्स का जिक्र आते ही क्षणभर में हमारी सभ्यता-संस्कृति ख़तरे में पड़ जाती है। मुंह पर हाथ रखकर सेक्स की बात पर शर्म और गंदगी व्यक्त की जाती है। सेक्स को इस कदर घृणा की दृष्टि से देखा जाता है, मानो वो दुनिया की सबसे तुच्छ चीज हो। खुलकर सेक्स का विरोध करते हुए मैंने उन सभ्यता-संस्कृति रक्षकों को भी देखा है जिन्हें सड़क चलती हर लड़की में 'गज़ब का माल' दिखाई देता है। जिन्हें देखकर उनके हाथ और दिमाग न जाने कहां-कहां स्वतः ही विचरण करने लगते हैं। जिन्हें रात के अंधेरे में नीली-फिल्में देखने में कतई शर्म नहीं आती और नीली-फिल्मों के साथ रंगीन-माल भी हर वक्त जिनकी प्राथमिकता में बना रहता है। परंतु रात से सुबह होते-होते उनका सेक्स-मोह 'सेक्स-टैबू' में बदल जाता है। हमारे पुराणों तक में लिखा है कि यौन-सुख स्त्री के लिए वर्जित, पुरुष के लिए हर वक्त खुला है। पुरुष आजाद है हर कहीं 'मुंह मारने' के लिए। यही कारण है स्त्री को अपना सेक्स चुनने