उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन व ( मंत्री पद प्राप्त ) वरिष्ट अधिवक्ता पूर्व एडवोकेट ज़नरल श्री एस . एम काजमी ने एस . टी . एफ द्वारा खालिद मुजाहिद को 16 दिसम्बर 2007 को मडियाहूँ , जिला जौनपुर से पकड़ कर २२ दिसम्बर 2007 को बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर आर . डी . एक्स व ड़िकोनेटर की बरामदगी दिखाकर जेल भेज दिया था , के मामले में अपने पद की परवाह न करते हुए दिनांक 20 नवम्बर 2009 लो माननीय उच्च न्यायलय इलहाबाद खंडपीठ लखनऊ में खालिद मुजाहिद की तरफ़ से जमानत प्रार्थना पत्र पर बहस की । आज की दौर में पद पाने के लिए लोग सब कुछ करने के लिए तैयार रहते हैं । वहीं श्री काजमी उत्तर प्रदेश के न्यायिक इतिहास में ( जहाँ तक मुझे ज्ञात है ) पहली बार सरकार के ग़लत कार्यो के विरोध करने के लिए किसी मंत्री पद प्राप्त व्यक्ति ने किसी अभियुक्त की तरफ़ से वकालत की हो । ज्ञातव्य है कि एस . टी . एफ पुलिस के अधिकारियो ने कचहरी सीरियल बम ब्लास्ट ( लखनऊ , फैजाबाद , वा