सम्मानीय चिट्ठाकार बन्धुओं , सादर प्रणाम, अंतरजाल पर परिकल्पना के श्री रविन्द्र प्रभात द्वारा आयोजित ब्लॉग उत्सव 2010 का शुभारम्भ आज बजे दिन में प्रारंभ हो गया है जिसके लिंक आप लोगों की सेवा में प्रेषित हैं। - सुमन loksangharsha . blogspot .com परिकल्पना ब्लोगोत्सव गीत कला दीर्घा में आज : अक्षिता(पाखी) की अभिव्यक्ति हिन्दी ब्लोगिंग में अपने अनुभवों से रूबरू करा रहे हैं श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय हिन्दी चिट्टाकारी की समृद्धि हेतु एक अच्छे चिट्टाचर्चा-मंच की जरूरत है : उन्मुक्त पंकज सुबीर जी का कविता पाठ : दर्द बेचता हूं मैं दुष्यंत के बाद हिंदी के बहुचर्चित गज़लकार श्री अदम गोंडवी का पत्र परिकल्पना ब्लॉग उत्सव के नाम ग़ज़ल प्रस्तुति : फूल जैसे बचपने में खेली पली है जिन्दगी॥ utsav.parikalpnaa.com