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Showing posts from October 1, 2010

जब रेस्टोरेंट में पिटते-पिटते बचे कलमाड़ी

सुरेश कलमाड़ी दिल्ली के एक रेस्त्रां में डिनर करने पहुंचे थे, लेकिन यहां से शर्मिदा होकर लौटे। मामला शनिवार का है जब दिल्ली में होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स की आयोजन समिति के प्रमुख दो दोस्तों के साथ दक्षिणी राजधानी के एक मॉल स्थित रेस्त्रां पहुंचे थे। उनके साथ एक निजी सुरक्षा अधिकारी था, जिसे उन्होंने मॉल के बाहर इंतजार करने के लिए छोड़ दिया था। शाम साढ़े आठ के आसपास रेस्त्रां में कुछ नौजवान भी मौजूद थे। जिन्होंने कलमाड़ी को पहचानने में देरी नहीं की और उन्हें घूरना शुरू कर दिया। तब तक कलमाड़ी अपने दोस्तों से बातें करने में व्यस्त थे। जब वे ऑर्डर देने के बाद इंतजार कर रहे थे तब पास की टेबल से एक युवक डरावने ढंग से उनकी ओर बढ़ने लगा। रेस्त्रां में मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पहले तो लोग समझे कि युवा कलमाड़ी के प्रशंसक हैं और खेलों पर उनसे कुछ चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन वे उन्हें कोसने लगे। युवकों ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने करदाताओं के पैसों से खाने का ऑर्डर दिया है। वे कहने लगे तुमने सारे प्रॉफिट पर अधिकार जमा लिया और कोई काम नहीं किया। तुम पुल गिरने और सड़कें धसने के जिम्मेदार