अब यह समय आ गया है की सरकार अब लचीली न रहे थोड़ा तेजी लाये आपने शाशन काल में भ्रष्टाचार कितना बढ़ गया है इस लिए अब महगाई पर रोक लगाना मुशिकिल हो रहा है। जितने भ्रष्टाचार है चाहे वे छोटे हो चाहे वे बड़े काफी तो लोगो और साकार के देख रेख में होता रहता है॥ हम चलो दिल्ली की ही बात करते है... एक सरबे करके या पूछ कर के टटोल करके जब लोग सड़क पर जाते है , जो रेहड़ी वाले सामान बेचते मिलते है जिसमे हमारी पेट पूजा भी होती रहती है हम लोग चलते रहते है॥ वे महगे भी बेचते है तो वे कहते है की...अरे भैया हमें भी तो पुलिसवालों और कमिटी वालो को भी तो देना पड़ता है.... देश में जितने रेहड़ी वाले है सबसे पुलिस और कमिटी की लोग खाते है॥ हम और हमारी सरकार दोनों देख रहे है की दिल्ली में एक अंडे की रेहड़ी वाला पुलिस वाले और कमिटी वाले को ३००० से ५००० रुपये देते है ... क्या सरकार को नहीं पता है सब पता है सरकार को यह भी पता की देश में कितना भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी लोग है। क्या सरकार हर के रेहड़ी वालो से औकात के अनुसार माशिक किस्त भी ले सकती जो फीस के नाम से प्रचलित हो॥ रेहड़ी वाले केवल साल में एक या दो बार नहीं लग