अनिल धारकर पाकिस्तान हर लिहाज से विफल राज्य है और विफल राज्यों को हमेशा किसी न किसी हौए की दरकार होती है। भारत हमेशा से पाकिस्तान का हौआ रहा है। जब भी पाकिस्तान में कोई न कोई गड़बड़ होती है तो भारत का हौआ खड़ा कर दिया जाता है। अब जब पाकिस्तान का क्रिकेट तंत्र रंगे हाथों धरा गया है, उसका पर्दाफाश हो गया है, तब उसके पास इसके सिवा और क्या विकल्प रह जाता है? ---------- पाकिस्तान का क्रिकेट बोर्ड स्पॉट फिक्सिंग के ताजा आरोपों से लंबे समय तक इनकार नहीं कर सकता। उसे इस समस्या का हल भी करना होगा। पाकिस्तान यह नहीं कह सकता कि मामला पूरी तरह साफ है, सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर पूरी तरह बेकसूर हैं, मजहर मजीद की टेप फर्जी है और मैच/स्पॉट फिक्सिंग के आरोप भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ रचा गया अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है। क्या यह सब सुनने में किसी मजेदार ईमेल संदेश जैसा लग रहा है? हो सकता है, लेकिन यह कोई चुटकुला नहीं है। दरअसल ये वो बातें हैं, जो पाकिस्तान की सरकार, उसका क्रिकेट तंत्र और यहां तक कि उसका मीडिया भी इन दिनों कह रहा है। जल्द ही यह नौबत भी आ सकती है कि अभी पाकिस्तान में जो ल