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Showing posts from June 21, 2010

चिट्ठाजगति संस्‍कृतप्रशिक्षणं प्रारभ्यते ।। भवन्‍त: अपि लाभ: स्‍वीकुर्यु: ।।

।। हिन्‍दी भाषायां पठितुम् अत्र बलाघात: करणीय: ।। मम सुहृद् मित्राणि गत दिवसेषु अहं संस्‍कृतभाषाया: प्रसाराय संस्‍कृतप्रशिक्षणं दातुं मम अस्‍य नूतन जालपुटस्‍य निर्माणं कृतवान् चिन्तितवान् आसम् यत् जनानां रूचि: वर्धिष्‍यते अथ च सम्‍भवत: जना: संस्‍कृतं बोधितुम् अपि इच्‍छाप्रकटनं करिष्‍यन्ति । किन्‍तु संस्‍कृतं ज्ञातुं तु इच्‍छा नैव दृष्‍ट: अपितु पठितुमपि रूचि: न दृष्‍यते। अयि भो: पाठनं तु नास्ति एव, अहं चिन्‍तयामि यत् अत्र जनानां सम्‍भवत: आगमनम् अपि नैव भवति । एकदा तु चिन्‍तने आगत: यत् केवलं संस्‍कृते लेखनं एव चलेत्। यतोहि प्रशिक्षणाय तु न्‍यूनाति न्‍यूनं दश-पंचदश जना: तु भवेयु: एव ।। किन्‍तु मम एतस्‍य विचारस्‍योपरि मम केचन् भ्रात्रृणां प्रेम बलीयसी अभवत् ।। मम अस्‍य जालपुटस्‍योपरि आगमनं न्‍यूनजनानाम् एव भवतु किन्‍तु ते सन्ति संस्कृतानुरागिण: ।   तेषां श्रद्धा अपि अद्भुता एव । अत: अहं तेषां कृते एव संस्‍कृतप्रशिक्षणस्‍य प्रारम्‍भ: करोमि । अग्रिम लेखत: संस्‍कृतस्‍य प्रशिक्षणं प्रारभ्यते। भवन्‍त: सादरम् आमन्त्रिता: सन्ति। भवतां संस्कृतश्रद्धा चिरकालपर्यन्‍तं यथावत् तिष्‍ठेत् , इति मे श

लो क सं घ र्ष !: बटाला हाउस इन्काउन्टर - 2

मोहम्मद आतिफ अमीन को लगभग सारी गोलियाँ पीछे से लगी है। 8 गोलियाँ पीठ में लग कर सीने से निकली हैं। एक गोली दाहिने हाथ पर पीछे से बाहर की ओर से लगी है जबकि एक गोली बाँईं जाँघ पर लगी हैं और यह गोली हैरत अंगेज तौर पर ऊपर की ओर जाकर बाएँ कूल्हे के पास निकली है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सम्बंध में प्रकाशित समाचारों और उठाये जाने वाले प्रश्नों का उत्तर देते हुए यह तर्क दिया कि आतिफ गोलियाँ चलाते हुए भागने का प्रयास कर रहा था और उसे मालूम नहीं था कि फ्लैट में कुल कितने लोग हंै इसलिए क्रास फायरिंग में उसे पीछे से गोलियाँ लगीं लेकिन इन्काउन्टर या क्रास फायरिंग में कोई गोली जाँघ में लगकर कूल्हे की ओर कैसे निकल सकती है। आतिफ के दाहिने पैर के घुटने में 1 .5 x 1 सेमी0 का जो घाव है उस के बारे में पुलिस का कहना है कि वह गोली चलाते हुए गिर गया था। पीठ में गोलियाँ लगने से घुटने के बल गिरना तो समझ में आ सकता है किन्तु विशेषज्ञ इस बात पर हैरान है कि फिर आतिफ के पीठ की खाल इतनी बुरी तर कैसे उधड़ गई? पोस्मार्टम रिपोर्ट के अनुसार आतिफ के दाहिने कूल्हे पर 6 से 7 सेमी0 के भीतर कई जगह रगड़ के निशानात भी प

आदरणीय पाबला जी

आज लम्बे समय के बाद मेल खोली तो खाते को खोले जाने की सूचना मिली! आदरणीय पाबला जी क्या इस बारे कुछ पता चल सकता है! सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ

फ़ोकट में मुशिवत आयी..

रात में अचानक करवट बदलते समय नींद टूट गयी, तो मै अपने आप को किसी नदी के किनारे सोता हुआ मह्शूश किया। मै आवाक रह गया की ये सब कैसे हुआ । थोड़ा असमंजस में पड़ने के बाद हमें ध्यान आया की मै तो ग्वालियर से बनारस aअ रहा था हमारे बगल में एक सुन्दर स्कूल की छात्रा बैठी थी। जो की हमें बतायी थी की मै गवालियर में बुआ के यहाँ से आ रही हूँ। और मै बी। ऐ में पद्धति हूँ। अब हमारा सफ़र शुरू हुआ बात चीत कम हो रही थी। और गाडी अपनी रफ़्तार में चल रही थी जब सुबह हुयी जो वह कोमल कन्या ने बोला आप जाओ पहले फ्रेश हो के आ जाओ तो मै जाऊ मै गया फ्रेश हुआ और आया तो वह बोली आने वाले स्टेशन पर गाडी रुकेगी आप अखवार ले आना जल्द ही स्टेशन आया मै अखवार लेने नीचे गया और अखबार लेके जल्द ही वापस आया तो उसने दो काफी लेके शीत पर बैठी मेरा इन्तजार कर रही थी॥ हम दोनों ने काफी अखवार दोनों साथ साथ पढ़ते और पीते थे॥ अब हमारे दोनों में हँसी मज़ाक का दौर शुरू हुआ था॥ हम दोनों आशिक मिजाज के थे लेकिन वह लड़की बिलकुल अप्सरा थी ॥ मै भी अपने स्मार्ट रूख में थे। हम लोगो ने अपना मोबाइल नुम्बर लिया और दिया ॥ पता नहीं क्या होने लगा हम लोग ए