अपनी साहित्यकार माँ को समर्पित एक बेटी है साधना वेद कहते हैं माँ के पैर के नीचे जन्नत होती है , और माँ के लालन पालन से ही उसकी गोद में पलने वाला बचपन अपना भविष्य तय करता है , अपनी माँ को दुनिया में सबसे ज़्यादा प्यार करने वाली साधना वेद प्रथम महिला आदर्श बेटी ब्लोगर हैं जिन्होंने अपनी माँ के साहित्य को एक डायरी के माध्यम से एक ब्लॉग के माध्यम से दुनिया में प्रसिद्ध कर दिया है . जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे है अपनी माँ के प्रति साधक बनी एक बेटी साधना वेद की, जिनका जन्म प्यार की इमारत ,सातवें अजूबे ,ताजमहल के शहर, आगरा में हुआ है ,बहन साधना वेद ,यूँ तो वर्ष २००८ से ब्लोगिंग की दुनिया में धूम मचा रही हैं ,लेकिन इनके विशेष ब्लॉग उन्मना unmana और सुधिनमा sudhinama में जिंदगी का हर सच भर कर रख दिया है .हिंदी ब्लोगिंग में अपने माँ और बाबूजी की यादगार स्म्रतियों के साथ ब्लोगिंग करने वाली पहली भारतीय महिला साधना वेद जी को संगीत सुनना, लेखन कार्य करना और अध्ययन करना बहुत अच्छा लगता है . साधना जी का कहना है के वास्तव में, हमारे दुखों का कारण, हमारी चुप्