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Showing posts from January 7, 2011
केलेंडर फिर लोट आया हे दोस्तों यह एक सच हे जो बहुत लोगों को पता हे बहुत लोगों को पता नहीं के वक्त लोट कर आता हे और हाँ वर्ष २००५ का वक्त एक बार फिर लोट आया हे नहीं समझे ना जनाब आप मोबाइल उठाइये वर्ष २००५ का केलेंडर निकालियें और वर्ष २०११ से मिलाईयें कोई फर्क हो तो बताइयें फर्क नहीं हे ना इसलियें भाई वक्त को अपना वफादार बनाइए इसकी कीमत समझिये जो कम जिस बक्त पर करना हो उसी वक्त पर कर डालियें इन्तिज़ार मत कीजिये टिप्पणी का बटन दबाइए जो मन में हो मुझे और मेरे मित्रों को बताइए । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कडाके की ठंड लेकिन मजदूर सडकों पर रेनबसेरे नहीं दोस्तों यह राजस्थान हे यहाँ चाहे केंद्र का कल्याणकारी आदेश हो चाहे हाईकोर्ट का कल्याणकारी आदेश हो बस सरकार ने जनता को न्याय नहीं देने का मानस बना लिया हे और इसीलियें ठिठुरती सर्दी में राजस्थान के गरीब लोग सडकों पर रात गुज़ारने को मजबूर हे । राजस्थान की हाईकोर्ट ने १५ वर्ष पूर्व इस मामले में एक आदेश जारी करते हुए सरकार को निर्देश दिए थे की वोह सडको पर रात गुज़ारने वाले गरीबों के लियें स्थायी रूप से रेनबसेरों की व्यवस्था करे जिसमे सर्दी में रजाई गदेले टीवी वगेरा की स्थायी पक्का भवन बना कर सुविधा दी जाये और गर्मी में कूलर वगेरा लगाकर इस सुविधा को स्थायी रूप से चालु रखा जाए , कोटा में ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी की तरफ से कोटा न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर कोटा की सडकों पर रातों को भटक रहे गरीबों को रेनबसेरा देने के लियें आबिद अब्बासी एडवोकेट,पंकज लोढा और मुजीब आज़ाद की तरफ से मुकदमा पेश किया गया अदालत ने एक आदेश जारी कर कोटा कलेक्टर ,निगम मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पाबन्द किया एके एक वर्ष में वोह स्थायी रेनबसेरों की