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Showing posts from March 9, 2009

होली खास अम्बरीष मिश्रा के साथ

दो लाइन की बात है सुन लो मेरे मीत नही कहूँगा कविता नही कहूँगा गीत नमस्कार आप को अम्बरीष मिश्रा का - दोस्तों होली मुबारक हो इस होली में आप के लिए एक फिल्म देखने के लिए राय दूंगा बिल्लू बार्बर सच में एक नया अहसास मज़ा न आए तो पोस्ट डेलित कर देना ही ही ही hओली मुबराचाल हो सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ

यार मै अपने दोस्त की होली में कैसे शमिल नहीं हौउगा

होली की हार्दिक शुभकामनाये मेरे सबसे अजीज दोस्त संजय को सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ

आचार्य संजीव 'सलिल' की लघु कथा

जंगल में जनतंत्र जंगल में चुनाव होनेवाले थे. मंत्री कौए जी एक जंगी आमसभा में सरकारी अमले द्वारा जुटाई गयी भीड़ के आगे भाषण दे रहे थे.- ' जंगल में मंगल के लिए आपस का दंगल बंद कर एक साथ मिलकर उन्नति की रह पर कदम रखिये. सिर्फ़ अपना नहीं सबका भला सोचिये.' ' मंत्री जी! लाइसेंस दिलाने के लिए धन्यवाद. आपके कागज़ घर पर दे आया हूँ. ' भाषण के बाद चतुर सियार ने बताया. मंत्री जी खुश हुए. तभी उल्लू ने आकर कहा- 'अब तो बहुत धांसू बोलने लगे हैं. हाऊसिंग सोसायटी वाले मामले को दबाने के लिए रखी' और एक लिफाफा उन्हें सबकी नज़र बचाकर दे दिया. विभिन्न महकमों के अफसरों उस अपना-अपना हिस्सा मंत्री जी के निजी सचिव गीध को देते हुए कामों की जानकारी मंत्री जी को दी. समाजवादी विचार धारा के मंत्री जी मिले उपहारों और लिफाफों को देखते हुए सोच रहे थे - 'जंगल में जनतंत्र जिंदाबाद. ' ************************** कल हम फिर हाजिर होने आचार्य संजीव 'सलिल' जी की नयी लघुकथा के साथ ''हिन्दुस्ता

होली है .........होली है .......

आयो खेले होली मिल के दिल से दिल तक है ये सफ़र इस बार ... फागुन कुछ बहका बहका है मन भी कुछ महका महका है ले रंगों के बोछार...उडे लाल लाल गुलाल.. भरे प्यार की पिचकारी ... भीगे जिससे हर सखी प्यारी सारी.... सखा संग भी ..खेले अपनेपन की होली .. डाले ...रंगों के साथ ..कुछ अपने होने का एहसास .. हर आँगन में एक हीं धुन है हर चेहरे पे एक हीं बात कल जो होगा देखेंगे फिर... अभी तो संग मिला है .... आओ मिलकर रंग डालें सब..... एक हीं रंग हो भेद ना हो कुछ तुम भी लाल ... हम भी लाल.. भंग का रंग भी इस्स्में डालें कर डालें दुनिया हीं लाल... मुझे ना हो सुध तुम्हें ना हो सुध आयो खेले होली मिल के ..........लालो लाल ........ होली है .........होली है ....... (....कृति ...अनु ......)