कोटा. घर-घर में इंटरनेट पहुंचने से मंदे पड़े साइबर कैफे के बिजनेस को अब कैफे संचालक कम उम्र व नादान किशोरों को पोर्र्नो साइट के जरिए अश्लील फिल्में परोसकर मोटी कमाई कर रहे हैं। उन्हें इससे कोई सरोकार नहीं कि इस ‘नीले जहर’ से मासूमों के मन-मस्तिष्क पर क्या बुरे प्रभाव पड़ेंगे। हाल ही में विज्ञाननगर इलाके में छात्रों को पोर्न साइट दिखाते एक साइबर कैफे संचालक को पकड़ा गया था। शहर में यह पहला मामला नहीं है।
शहर में करीब तीन सौ साइबर कैफे हैं, जिनमें कई साइबर कैफे केवल पोर्न साइट दिखाने के धंधे में मशगूल हैं। जहां इंटरनेट के उपयोग के लिए साइबर कैफे में दस रुपए प्रतिघंटा शुल्क वसूला जाता है, वहीं पोर्न साइट दिखाने के लिए कैफे संचालकों द्वारा मुंहमांगी कीमत वसूल की जा रही है। जो पचास रुपए से लेकर सौ रुपए तक प्रति व्यक्ति होती है।
इन कैफे के ज्यादातर ग्राहक कोचिंग विद्यार्थी हैं, जो अपने घर से तो डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना लेकर आए, लेकिन कैफे संचालकों ने उन्हें इस ‘नीले जहर’ का चस्का ऐसा लगाया कि रात-रातभर पोर्न साइट देखते रहते हैं। नए कोटा क्षेत्र के जवाहरनगर, तलवंडी, विज्ञाननगर