न्यू यॉर्क : मंदी में जॉब छूटने की तादाद कितनी तेजी से बढ़ रह रही है इसका अंदाजा इस बात से लगया जा सकता है कि हर एक मिनट में पूरी दुनिया में 5 लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, 2009 के पहले दो महीनों में तकरीबन 4 लाख लोगों को निकाल जा चुका है। कुछ कंपनियों इसे सीधे-सीधे छंटनी और बर्खास्तगी बता रही हैं, तो कुछ इसे राइट साइजिंग और वॉलेंट्री सेपरेशन पैकेज का नाम दे रही हैं। ग्लोबल आर्थिक मंदी ने कंपनियों को खर्चं घटाने के लिए ऐसे उपाय पर मजबूर कर दिया है। अनुमान है कि 2008 में दुनिया भर की कंपनियों ने 1 करोड़ लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि इन कदमों से भी मंदी का असर कम होता नहीं दिखाई पड़ रहा है। साथ ही खर्च कम करने के लिए कंपनियां और उपाय करने में जुटी हैं। हालांकि एंप्लॉयी के लिए राहत की बात यह है कि 2009 जनवरी में अब तक जितने