राजेंद्र ठाकुर/पवन अर्की (सोलन). अर्की के राजा राजेंद्र सिंह का सोमवार देर शाम आईजीएमसी शिमला में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। उनके निधन के साथ ही अर्की रियासत में रजवाड़ा शाही की अंतिम कड़ी भी इतिहास बन गई है। उनके निधन से अर्की में शोक की लहर है। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को अर्की राजमहल के पास किया गया। राजा राजेंद्र सिंह जितने अपनी प्रजा के प्यारे थे, आजादी के बाद केंद्र सरकार के भी वे उतने ही विश्वासपात्र थे। जब रियासतों का विलीनीकरण और प्रीवी पर्स खत्म हो जाने से अधिकांश राजा या तो शोक में डूबे थे या अकड़ से उबर नहीं पाए थे, तब अर्की राज्य के इस अंतिम राजा ने देश भक्ति का परिचय दिया। तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भी उन पर खूब भरोसा किया। 1962 में भारत पाक युद्ध के दौरान केंद्र सरकार ने उन्हें हिमाचल की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी थी। केंद्रीय गृह मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निर्देश पर उन्होंने 6 दिसंबर 1962 को हिमाचल होमगार्ड की स्थापना की। शास्त्री जी ने उन्हें हिमाचल होमगार्ड का कमांडेंट जनरल और सिविल डिफेंस का डायरेक्टर बनाया। उनका पद सेना के