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Showing posts from May 9, 2009

Loksangharsha: ख़ुद को समझो खुदा समझ लोगे

दर्द समझो दवा समझ लोगे। ज्योति समझो दीया समझ लोगे । व्यर्थ देरी हरम में उलझे हो - ख़ुद को समझो खुदा समझ लोगे । कंगन कभी न टूटे ऐसा कोई हाथ नही है । चंदन कभी न छूटे ऐसा कोई माथ नही है । चारो और भीड़ अपनों की लेकिन रिश्तो का- बंधन कभी न टूटे ऐसा कोई साथ नही है । प्यार की पहचान लेकर जी रहा हूँ। दर्द का उनमान लेकर जी रहा हूँ । जाति भाषा धर्म से आहत हुआ - अधमरा इंसान लेकर जी रहा हूँ । । ये अहिंसा मेरा मन्दिर मेरी आजादी है कर्म से भाग न पाये वो मुनादी है ॥ डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल 'राही'

शंकराचार्य ने कहा पवित्र आत्‍मा है मल्लिका शेरावत

कर्नाटक के शंकराचार्य ने कहा है कि बॉलीवुड की हॉट एंड सेक्‍सी मल्लिका शेरावत एक पवित्र आत्‍मा हैं। इतना नहीं उन्‍होंने मल्लिका को अपने आश्रम में आमंत्रित कर उनके लिए विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन भी किया था, जिसमें 600 कमल के फूल मंगाए गए थे। दरअसल हुआ यूं कि कुछ दिनों पहले बॉलीवुड की हॉट एंड सेक्‍सी गर्ल मल्लिका शेरावत कर्नाटक के शंकराचार्य के मठ पहुंच गईं। ऐसा नहीं है कि मल्लिका वहां भगवान के पास अपनी कोई अर्जी लेकर गई थीं, बल्कि मठ के आचार्य श्रीमद जगदगुरु शंकराचार्य श्रीश्री राघवेश्‍वर भारती स्‍वामी ने उन्‍हें अपने आश्रम आने का विशेष आमंत्रण दिया था। मल्लिका को जिस वक्‍त यह आमंत्रण मिला उस समय वो लॉस एंजिल्‍स में थीं और उन्‍होंने जल्‍द से जल्‍द बैंगलुरु पहुंचने का फैसला किया। इसके लिए उन्‍होंने अपनी फिल्‍म 'हिस्‍स' का पोस्‍ट प्रोडक्‍शन का काम भी कुछ दिनों के लिए कैंसिल कर दिया। हॉटी मल्लिका के आश्रम पहुंचने पर शंकराचार्य प्रभु ने उनके आदर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया। शंकराचार्य के मुताबिक मल्लिका एक पवित्र आत्‍मा हैं, इसलिए यह पूजा करवाई गई है। इस कार्यक्रम के बाद म

Loksangharsha: नतुन स्वप्न

एखनो विनिद्र रजनी जागिया सजनी जाले आधारे आलो एखनो देखिनी प्रभात सुदिन तबुओ स्वप्न साजाइ भालो आशार तरीटी भाषाये सागरे ऐ कूल भेंगे ओ कुल गड़ी स्तिमित आलोर प्रदीप जालाये दियेछि जीवन सिन्धु पाड़ी - उत्तम शर्मा संयोजक - भारतीय इन्साफ मोर्चा मूल कविता बंगला भाषा में

Loksangharsha: 1857 से 1947 गद्दारी दर गद्दारी

जरा यह भी आईने में देखें 1857 esa mRrj Hkkjr ds vU; fj;klrksa ds lkFk gh tks/kiqj fj;klr esa Hkh dzkafr dk fcxqy ctk FkkA ;gka ,fjukiqj Nkouh esa vaxzsth lsuk ds Hkkjrh; flikgh;ksa us loZizFke fonzksg dk >aMk cqyan fd;kA vkmok ds lkear dq’ky flag us flikfg;ksa dks usr`Ro iznku fd;k gSA dzkafrdkfj;ksa us pyks fnYyh ekjks fQjaxh dk ukjk yxkrs gq, fnYyh dh vksj dwp dj fn;kA dzakfrdkfj;ksa us tks/kiqj esa fu;qDr vaxzstksa ds ikWfyVhdy ,tsaV eksad eslu dk flj dye dj fn;kA ;g ?kVuk vkt Hkh tks/kiqj ds yksdxhrksa esa dqN bl rjg ls ntZ gS&^^ ,tsaV dks ekj dj njokts ij Vkafd;ksA** ml le; ;gka ds egkjktk r[r flag us dzkafrdkfj;ksa dk lkFk nsus dh ctk, mUgsa jksdus ds fy, vaxzstksa dks nl gtkj lsuk o 12 rksiksa dh lgk;rk iznku dhA Hkh”kM+ la?k”kZ esa dzkafrdkfj;kasa ds usrk dq’ky flag dks tku xaokuh iM+hA gtkjksa dzkafrdkjh ekus x, vkSj jktifjokj dh xn~nkjh ds pyrs vkanksyu nck fn;k x;kA tks/kiqj dh rjg gh dksVk esa Hkh fonzksg dh Tokyk HkM+dh FkhA ;gka dzkafrd

शुद्ध हृदय हो तो ईश्वर का पल- पल अहसास

विनय बिहारी सिंह रामकृष्ण परमहंस कहा करते थे कि शुद्ध हृदय हो तो ईश्वर के होने का पल- पल अहसास होता है। लेकिन अगर हृदय अशुद्ध है तो यकीन ही नहीं होता कि ईश्वर है। एक बार एक संत कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकले थे। उन दिनों वहां जाने के लिए वीसा या स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं पड़ती थी। रास्ते में एक व्यक्ति ने पूछा- महाराज, ईश्वर तो आपके दिल में रहता है। फिर आप कैलाश मानसरोवर क्यों जा रहे हैं? तब संत ने जवाब दिया- हवा तो हर जगह है, फिर लोग पंखा क्यों झलते हैं? वह आदमी समझ गया। कुछ खास जगहों पर ईश्वर का स्पंदन बहुत ज्यादा होता है। अगर कोई ग्रहणशील व्यक्ति हो तो वह ईश्वर की गहरी अनुभूति कर सकता है।

प्यार, नफरत और आतंक का खूनी खेल

हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी ने मनपसंद लड़की का विवाह कहीं ओर हो जाने से खफा होकर उसके पति सहित तीन लोगों की हत्या कर दी। हिजबुल का आतंकी इश्फाक जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले की माहौर तहसील स्थित देवल इलाके की रहने वाली एक लड़की से प्यार करता था। उसने इसका कई बार इजहार किया, लेकिन हर बार इनकार मिला। लड़की की मां ताजा बेगम ने भी इस शादी से मना कर दिया। चार दिन पहले बेगम ने बेटी की शादी स्थानीय युवा व्यवसायी एजाज के साथ शादी कर दी। इससे खफा होकर बुधवार रात चार आतंकियों के साथ आए इश्फाक ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर पहले ताजा बेगम की हत्या की और फिर लड़की के सामने ही उसके पति एजाज व ससुर की हत्या कर दी। आतंकियों ने गांव वालों को चेतावनी दी कि अगर किसी ने उनके फरमान को नहीं माना तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इसके बाद वे रियासी के जंगलों में फरार हो गए। गौरतलब है कि जहां वारदात हुई वह दूरदराज का इलाका है और वहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त भी नहीं हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने आतंकियों की तलाश में व्यापक अभियान छेड़ दिया है। आगे पढ़ें के आगे यहाँ

पाकिस्तान से आखिरी ट्रेन (last train from pakistan )

- आवेश तिवारी मरघट में तब्दील हो चुकी स्वात घाटी में रहने वाले तमाम हिन्दू और सिख परिवार ,तालिबानियों के उत्पीडन और जजिया कर से आजीज आकर अपना घर - बार छोड़ कर जा चुके हैं |उन घरों में जहाँ कभी ठहाके गूंजा करते थे वहां अब या तो तालिबानी लडाकों के जेहादी स्वर गूंजा करते हैं या फिर मलबों और धुओं का गुबार उड़ता दिखाई पड़ता है , स्वात के कबाल गाँव में नामचीन हज्जाम अबुल फजीक की दुकान पर ताला लटका हुआ है वहां लिखे तालिबानी नारे से साफ़ जाहिर है कि अब ये दु कान दुबारा नहीं खुलेगी | वहीँ गांव के उस पुराने स्कूल में जहाँ फजीक और तमाम गांव वालों की बेटियाँ पढ़ा करती थी , आधी से अधिक इमारत गिर गयी है | पिछले एक साल के दौरान चरमपंथियों ने 150 सरकारी स्कूलों को नष्ट किया है , जिनमें से ज़्यादातर लड़कियों के स्कूल थे . कुछ ऐसा ही नजारा सिंगोर , बुनेर , दिर आदि इला कों में भी देखने को मिल रहा है | पाकिस्तान का स्विट्जर्लैंड कहे जाने

Loksangharsha: सुप्रसिद्ध चिन्तक मुद्राराक्षस से प्रखर आलोचक महंत विनय दास से एक बातचीत 3

महंत विनयदास : इन दिनों हिंदू और उसके विभिन्न आनुषांगिक संगठनो को बिना प्रमाण के आतंकवादी घोषित किया जा रहा है । क्या आप को नही लगता की हमारी सरकार इस दृष्टि को अपना कर अल्पसंख्यको को मरहम लगा उनका वोट बैंक हथियाने की साजिश कर रही है ? मुद्राराक्षस : यह बात पूरी तरह ग़लत है । आज से दो साल पहले नांदेड का उदाहरण देते हुए मैंने लिखा था की हिंदू संगठन खतरनाक हो चुके है आज सारे प्रमाण सामने है । नांदेड में बम बनाते वक़्त का विष्फोट हो या कानपूर का या फिर मालेगाव का , इन सभी में मौके पर हिंदू युवक ही मरे । उन स्थानों से भारी मात्र में बम बनने की सामग्री , इस्लामी दाधिया , टोपिया और लुन्गीय बरामद हुई । यानी की हिंदू युवक मुस्लिम वेश बनाकर विष्फोट करते थे । मालेगाव विष्फोट में जो मोटरसाईकिल इस्तेमाल हुई थी , वह किसी मुस्लमान की तो नही थी ? और अब किस तरह का प्रमाण चाहिए , हिंदू आतंकवाद को सिद्ध करने के लिए । इस देश के सारे विस्फोटो की जांच