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Showing posts from August 23, 2011

अपनी हदें पार कर गया है मर्ज़ ..

अपनी हदें पार कर गया है मर्ज़ जब भ्रष्टाचार का ॥ तब हमें किया है गांधीवादी शिष्टाचार समझ लो यह आन्दोलन हमने इसी मर्ज़ की दवा ली है .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जी हाँ में आज़ाद भारत का नेता हूँ .......

जी हाँ मेरे भारत वासियों में आज़ाद भारत का नेता हूँ । जनता से सिर्फ और सर लेता ही लेता हूँ कभी वोट लेता हूँ ..तो कभी ट्रांसफर कभी कोई काम कराने के पेसे लेता हूँ संसद में में अगर पहुंचूं तो बस सवाल पूंछने के भी रूपये लेता हूँ हां दोस्तों में भारत देश का नेता हूँ में देश को देश की जनता को सिर्फ और सिर्फ भ्रस्टाचार , बेईमानी , अनाचार ही देता हूँ जी हाँ दोस्तों में आज़ाद भारत का नेता हूँ में कहीं भी किसी भी पार्टी में रहूँ सरकार किसी की भी हो बस विपक्ष में रहूँ या सरकार में आपसी सान्थ्गान्थ कर या तो संसद से वाक् आउट करता हूँ या संसद ही नहीं जाता हूँ अगर विश्वास मत के पक्ष में वोट डालना पढ़े तो रिश्वत लेकर संसद में में कोई भी सरकार हो उसे बचाता हूँ भ्रष्टाचार की जहां बात हो वहां खुद को गांधीवादी कहलवाता हूँ संसद हो चाहे हो विधान सभा चाहे हो पंचायत जब भी चुनाव होते हैं करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाता हूँ वोट मांगने जाता हूँ तब जनता और वोटर होती है जनार्दन और जब वोट लेकर नेता बन जाता हूँ तो बस जनता अगर मिलने आये तो उसे पहचानने से इनकार क