Skip to main content

Posts

Showing posts from December 27, 2009

राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी का रनिवास बन गया राजभवन

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में तेलंगाना विवाद के बीच प्रदेश के राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी कांग्रेस के गले की हड्डी बन गये हैं. राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी का एक न्यूज चैनल एबीएन आंध्र ज्योति ने स्टिंग आपरेशन किया है जिसमें कथित तौर पर बताया गया है कि 85 वर्षीय तिवारी जी ने तीन स्त्रियों के साथ सहवास किया. चैनल का दावा है कि ये तीनों स्त्रियां देहरादून से आंध्र प्रदेश के राजभवन लाई गयी थी. राज्यपाल को लड़कियां उपलब्ध करानेवाली महिला को राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी ने आश्वासन दिया था कि अगर वह उन्हें लड़कियां उपलब्ध करवाती है तो वे उसका जो भी काम होगा उसे पूरा कर देंगे. चैनल ने राज्यपाल पर आरोप लगाया है कि न केवल रात में औरतों के साथ सोये बल्कि शराब भी पी और दिन में उन औरतों के साथ मसाज भी करवाया. तिवारी जी के साथ उनके ओएसडी अरविन्द शर्मा के इस सेक्स स्कैण्डल में शामिल होने का आरोप है. शुक्रवार को सुबह शुरू हुए इस लाइव टेलिकास्ट के बाद हालांकि राज्य के मुख्य सचिव पी श्रीधर राव के हस्तक्षेप के बाद प्रसारण थोड़ी ही देर में बंद हो गया लेकिन जितनी देर प्रसारण हुआ उसने राज्य में नया राजन

लो क सं घ र्ष !: गन्दा आरोप नहीं, गन्दा आदमी

उनसे कह दो , गुजरे हुए गवाहों से - झूंठ तो बोले , मगर झूंठ का सौदा न करे ॥ यह पंक्तियाँ हम ने अपने बचपन में किसी कवि के मुख से सुनी थी जिसका प्रभाव आज भी मन पर है आंध्र प्रदेश के राज्यपाल श्री नारायण दत्त तिवारी जी के ऊपर लगाया गया आरोप गन्दा नहीं है । गंदे आदमी पर यह आरोप लग के आरोप शर्मिंदगी महसूस कर रहा होगा । श्री तिवारी जी आजादी की लड़ाई से आज तक दोहरे व्यक्तित्व के स्वामी रहे हैं । उनका एक अच्छा उज्जवल व्यक्तित्व जनता के समक्ष रहा है दूसरा व्यक्तित्व न्यूज़ चैनल के माध्यम से जनता के सामने आया है । लखनऊ से दिल्ली , देहरादून से हैदराबाद तक का सफ़र की असलियत उजागर हो रही है । यह हमारे समाज के लिए लोकतंत्र के लिए शर्मनाक बात है । भारतीय राजनीति में , सभ्यता और संस्कृति में इस तरह के उदाहरण बहुत कम मिलते हैं लेकिन बड़े दुःख के साथ अब यह भी लिखना पड़ रहा है कि पक्ष और प्रतिपक्ष में राजनीति के अधिकांश नायको का व्यक्तित्व दोहरा ह