Skip to main content

Posts

Showing posts from May 26, 2010

लो क सं घ र्ष !: पुलिस में सुधार की ज़रूरत

पुलिस के ज़ुल्म के किस्से सबने ही सुने हैं। उनकी कार्यप्रणाली पर भी अक्सर सवाल उठते रहते हैं। पुलिस का काम क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना है। वो ऐसा करती भी है पर फिर भी उसकी छवि कोई खास अच्छी नहीं है। इसके दरअसल कई कारण है। पहले हम आपको पुलिस की पृष्ठभूमि के बारे में बता दें ब्रिटिश काल में वर्दीधारियों को लाट साहबों की कठपुतली कहा जाता था। अंग्रेजों ने पुलिस का गठन इसीलिए किया था की वो सत्ताधारियों का हुक्म बजा सकें। स्वतंत्रता से पहले तक पुलिस का काम अंग्रेजों का हुक्म बजने से ज्यादा कुछ नहीं था। अंग्रेज़ पुलिस का इस्तेमाल इस तरह से करते थे की आम जनता के बीच ब्रितानी हुकूमत का खौफ बना रहे। देश आजाद होने के बाद एक उम्मीद थी कि शायद पुलिस में कुछ परिवर्तन आएगा पर इस रवैये में कुछ खास अंतर नहीं आया। पहले अंग्रेज़ इसका दरुपयोग करते थे, अब राजनेता राजनेता गाहे -बगाहे इसका दुरूपयोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए करते हैं। निचले स्तर से राजनीति का दखल शुरू होता है जो शीर्ष स्टार तक जरी रहता है पुलिस कमिश्नर या महानिदेशक वही बनता है जिसकी ट्यूनिंग सरकार स

मानव..

गम का बोझ लिए। सुलगती रेट पर ॥ चलता रहा मानव॥ पैर में छाले पड़े ॥ अन्धेरा आँखों में छाया॥ गम का दीप लिए चलता रहा मानव संघर्ष की घडी में॥ हिम्मत नहीं छोड़ा॥ इस लिए विपरीत परिस्थतियो से॥ गुज़रता रहा मानव॥ आखिरी समय में कुछ शान्ति मिलनी थी॥ प्राण जाने पर भी जलता रहा ॥ मानव॥

दैनिक भास्कर एवं ग्लोबल इंस्टिट्यूट का प्रयास सफल,नन्हें बच्चों ने सराहा

सागर [मध्यप्रदेश] दैनिक भास्कर एवं ग्लोबल इंस्टिट्यूट द्वारा आयोजित जल बचाओ चित्रकला प्रतियोगिता-२०१० का पुरूस्कार वितरण समारोह ग्लोबल इंस्टिट्यूट के परिसर में आयोजित किया गया,जिसमे मुख्यातिथि अपर कलेक्टर राजेश कौल ,डॉ.गुरनाम सिंह गुरोन,एवं अतिथि दैनिक भास्कर के संपादक नरेन्द्र सिंह अकेला,संतोष जैन स्टील सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्तिथ थे. ग्लोबल इंस्टिट्यूट के डारेक्टर संजय सेन सागर ने सभी अतिथियों का सम्मान किया तथा मंच संचालन किया,मंच संचालन में विनीत मौर्य ने उनका सहयोग किया.... इस अवसर पर भरी संख्या में बच्चे उपस्तिथ थे,कार्यक्रम पूर्ण रूप से जल सुरक्षा पर आधारित रहा जिसमे विजेता बच्चों को पुरूस्कार बाँटें गए ! विजेताओं को पुरुस्कृत करते अपर कलेक्टर राजेश कौल,डॉ.गुरनाम सिंह,संतोष जैन स्टील साथ में हिन्दुस्तान का दर्द के संपादक संजय सेन सागर कलेक्टर राजेश कौल,डॉ.गुरनाम सिंह,संतोष जैन स्टील साथ में हिन्दुस्तान का दर्द के संपादक संजय सेन सागर ग्लोबल के बाहर लगी लोगों की भीड़ दिल थाम