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Showing posts from January 16, 2009

अंध विश्वास का मायाजाल

संपन्न वर्ग के ज्यादातर लोग कभी इतने अन्धविश्वासी नहीं रहे जितने कि आज हैं ! आज समाज का शिक्षित और सुविधाभोगी वर्ग जिस तरह अपने जीवन में तर्क-विरोधी होता जा रहा है - वो शर्मनाक व निराशाजनक है !दिलचस्प तथ्य यह भी है कि देश में निर्धन व निम्न वर्ग में तर्क और विवेकशीलता का अनुपात निरंतर बढ़ रहा है ! इनके द्बारा त्यागे जा रहे अंधविश्वासों को अब मध्य व उच्च वर्ग ने ग्रहण कर लिया है, अन्तर केवल इतना है कि संपन्न लोगों के ओझा और बाबा भी खाते-पीते वर्गों से आने लगे हैं ......धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलते हुए लेटेस्ट टेक्नोलोजी से संपन्न ! ......................... आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें

हिन्दुस्तानी की आवाज़ प्रतियोगिता-2009

हिंदी को बढावा देने एवं देश प्रेम की भावना को जाग्रत करने के उद्देश्य से ''हिन्दुस्तान का दर्द'' ब्लॉग आपके लिए लाया है प्रतियोगिता हिन्दुस्तानी की आवाज़ जिसके अंतर्गत आपको देश प्रेम से जुडी अपनी एक मौलिक कविता को हम तक पहुँचाना है! इस प्रतियोगिता मे भाग लेने की अंतिम तारिख २३ जनवरी २००९ है!! प्रतियोगिता का परिणाम २६ जनवरी को प्रकाशित होगा जिसमे एक विजेता को १००० रुपए एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जायेगा!-- नियम एवं शर्तों के लिए लोगिन करे !! http://yaadonkaaaina.blogspot.com/2009/01/2009.html जय हिन्दुस्तान-जय यंगिस्तान

मीडिया अपनी ही गलतियों की सजा भुगत रहा है !!!

संजय सेन सागर सर कार मीडिया पर पाबन्दी की बात करती है ,जो निश्चित रूप से जायज नहीं है लेकिन सरकार से क्या सो चकर इस तरह का कदम उठाया है यह जानना भी तो हम मीडिया वालों का कर्तव्य बनता है तो इसी कड़ी में सबसे पहेले हमे अपने गिरेबान में झाँकने की जरुरत है क्यों की आज देश में ऐसे पत्रकारों की संख्या कम नहीं है जिन्होंने मीडिया को कमाई का एक अड्डा बना लिया है,चाहे बह कमाई का तरीका जायज हो या नहीं,चाहे उससे मीडिया की आबरू पर बनती हो या नहीं !!!अब जब मीडिया पर बन आई तो हमारी बोलती बंद हो गयी लेकिन हमने भी तो कुछ ऐसे कदम उठाये है जो इतने जरुरी नहीं थे,या फिर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ थे! मुंबई का ताजा काण्ड हो या किसी बेगुनाहों को स्टिंग आपरेशन में फ़साने का चक्कर मीडिया नंबर वन है!! न्यूज़ चैनल आज ऐसे नजर आते है जैसे व्यस्कों का चैनल हो,चूमाचाटी के सिवा कुछ इनके पास नहीं है !!कही बम फटा तो इनके यहाँ केक कटा...TRP बढ़ जायेगी..पैसे लेकर सरकार की तारीफ करवा लो या बुराई!! आज अख़बारों में आप एक बिज्ञापन दे दो फिर सारे पत्रकार आपके है..आपके दोस्त है चाहे आप डान्कू क्यों हो !!अब इस तरह के कानून
मीडिया छात्रों का विरोध केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए मीडिया के उपर काला कानून लागू करने के विरोध मे भडास4मीडिया की मुहिम का साथ pisuindia.com के छात्रों ने दिया और कई मीडिया चैनलों के पत्रकारों ने जंतर मंतर पर एकजुट होकर इस काला कानून का विरोध किया। pisuindia.com के छात्रों ने भी अपनी गरम जोशी से यशवंत जी का साथ दिया और इस कानून के विरोध मे pisuindia.com के संपादक राकेश कुमार ने भी सरकार की जमकर आलोचना कि और प्रकाश कुमार, विशाल तिवारी (पिसु सदस्य) ने सरकार को होश में रहने को कहा, क्रांतिकारी कंडारी जी ने तो यह कानून सरकार के उपर लागू करने की बात कही। वहीं दिव्या, मोहित, सचिन, ने केन्द्र के इस कानून का विरोध करते हुए कहा सरकार मीडिया से डर चुकी है, जिसके वज़ह से कानून लागू कर रही है। क्योंकि मीडिया सरकार के सच को सामने लाने का काम कर रही है, जिसके वजह से नेता मीडिया से चिढ़ चुके है। गुरुवार को पत्रकारों ने जंतर मंतर पर इकठ्ठा होकर सरकार के द्वारा काला कानून बनाने पर हाथ पर काली पट्टी बांधी और कानून की प्रतियां को जलाकर अपना रोष प्रकट किया। PISU India Student’s News Portal जंतर मंतर पर हु