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Showing posts from November 12, 2010

बेटियां

कितनी प्यारी होती हैं बेटियां  हर घर को रोशन बनाती हैं बेटियां  पापा की भी दुलारी होती हैं बेटियां  ओस की बूंदों सी नम होती हैं बेटियां  कली से भी नाजुक होती हैं बेटियां  सपर्श मै अपनापन ना हो तो रो देती बेटियां  रोशन करता बेटा तो सिर्फ एक ही कुल को  दो -दो घरों की लाज निभाती हैं बेटियां  सारे जहां से प्यारी होती हैं बेटियां  पलकों मै पली , सांसो मै बसी धरोहर होती हैं बेटियां  विधि का विधान कहो, या दुनिया की रस्मो को मानो मुठी मै भरे नीर सी होती हैं बेटियां  चाहे सांसे थम जाये  बाबुल की  , हथेली पीली होते ही पराई हो जाती बेटियां !