हां, मैंने अपनी ही कई भक्तों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। हां, मैंने अपने बेडरूम में हिडन कैमरे लगा रखे थे। हां, मैंने अपनी ही महिला भक्तों की ब्लू फिल्म बनाई। हां, ये सच है कि मेरी भक्तों को ये पता नहीं होता था कि मैं उनकी अश्लील फिल्म बना रहा हूं। मुझे याद नहीं मैंने कितनी महिलाओं के साथ ताल्लुकात बनाए। हां, उनमें से ज्यादातर विधवा औरतें थीं जो सांत्वना के लिए मेरे पास आती थीं। खून बहाने के अलावा इज्जत की धज्जियाँ उड़ना भी इसका पसंदीदा खेल है!लेकिन यह खेल शायद अब थम गया है और इनके खेलों का रिजल्ट भी इनके पास आने वाला है जो मेरे ख्याल से बुरा होगा !!! मुंबई एटीएस की मानें तो ये अल्फाज निकले एक साधु के मुंह से -साधु -जिसे आप और हम जानते हैं मालेगांव धमाकों का मास्टरमाइंड दयानंद पांडे। एटीएस को दिए अपने इकबालिया बयान में पांडे ने कुबूल किया है कि ऐसी महिलाओं की तादाद चार से पांच थी जिनसे वो लगातार संबंध बनाता रहा। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि एटीएस को ये सब बातें बताने के बावजूद पांडे कहता है कि उसने कभी किसी के साथ जबरदस्ती नहीं की। उसकी मानें तो उसने जिसके साथ भी संबंध बनाए, वो उसके व्य