चाँद तारों की बात करते हो हवा का रुख बदलने की बात करते हो रोते बच्चों को जो हंसा दो तो मैं जानूँ | मरने - मारने की बात करते हो अपनी ताकत पे यूँ इठलाते हो गिरतों को तुम थाम लो तो मैं मानूँ | जिंदगी यूँ तो हर पल बदलती है अच्छे - बुरे एहसासों से गुजरती है किसी को अपना बना लो तो में मानूँ | राह से रोज़ तुम गुजरते हो बड़ी - बड़ी बातों से दिल को हरते हो प्यार के दो बोल बोलके तुम उसके चेहरे में रोनक ला दो तो मैं जानूँ | अपनों के लिए तो हर कोई जीता है हर वक़्त दूसरा - दूसरा कहता है | दुसरे को भी गले से जो तुम लगा लो तो मैं मानूँ | तू - तू , मैं - मैं तो हर कोई करता है खुद को साबित करने के लिए ही लड़ता है नफ़रत की इस दीवार को जो तुम ढहा दो तो मैं मानूँ |