लिखना तो आज हम कुछ और चाह रहे थे पर हर तरफ सचिन सचिन के शोरे ने जैसे कुछ और लिखने ही नहीं दिया तो हमने भी अपना रुख सचिन की तरफ ही मोड़ लिया सोचा क्यों ना हम भी अपने देश के महानतम बल्लेबाज़ सचिन के लिए दो शब्द कह ही दे ! जिस तरह से वो अपने आप को इतिहास के पन्नो मै दर्ज करवाते जा रहे हैं सच मै काबिले तारीफ है ! हम तो ये कहेंगे की अगर किसी भी तरह का ठंग व् तकनिकी का संगम कही देखना हो तो वो सचिन की बल्लेबाज़ी मै मिलती है ! आज से 21 साल पहले सचिन ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 88 रन बनाये थे जब वो लोट कर पवेलियन आ रहे थे तो उनकी आँखों मै आंसू थे !अपने करियर का पहले शतक से चुक जाने का दर्द उनकी आँखों से साफ़ झलक रहा था ! उसी सचिन ने उस दर्द को अपने ज़ेहन मै एसे संजोया की उसे ही अपनी हिम्मत बनाकर आगे का सफ़र जारी रखते हुए टेस्ट क्रिकेट मै अपनी 50 वी सेंचुरी दर्ज कर दी ! क्रिकेट के प्रति उनके बेइंतिहा प्यार , सम्मान और प्रशंसको के विश्वाश को बनाये रखने के ज़ज्बे ने उनके लक्ष्य तक पहुँचने के सफ़र को आसां बना दिया ! सचिन के चाहने