कोंग्रेस के क्या फिर दो फाड़ होंगे देश में चल रही वर्तमान परिस्थितियों के चलते राजनितिक अनुमान के तहत कोंग्रेस के फिर दो फाड़ होना सम्भावित हें पहले नर्सिंघ्म्मा राव के कार्यकाल में जब कोंग्रेस पर भ्रस्ताचार के गम्भीर आरोप लगे थे तब कोंग्रेस के कई लोग अलग हो गये थे नर्सिंग्घाराव प्रधानमन्त्री के वित्तमंत्री रहे मनमोहन सिंह के प्रधानमन्त्री कार्यकाल में कोंग्रेस के गिरावट का इतिहास दोहराया जा रहा हे । आज एक कोंग्रेसी का कहना था के देश के साथ गद्दारी और जनता का शोषण कर राष्ट्र को गिरवी रखने वाला कोई भी आदमी कभी सुकून से नहीं रह सकता उसने पूर्व प्रधानमन्त्री नर्सिंग्गाराव के घोटालों को गिनाया फिर उनके आखरी वक्त की याद दिलाई उनकी चिता के हालात के बारे में बताया खेर जो नहीं हे उस पत टिप्पणी ठीक नहीं हे इश्वर की मर्जी थी इसलियें ऐसा हुआ था लेकिन वर्तमान में मनोहं जी के कार्यकाल में जो कुछ भी हो रहा हे वोह चोंका अदने वाला हे पहले तो घोटालों में क्रिश्चियन और सिक्ख ख़ास तोर पर पकड़ में आ रहे हें सरकार जिन्हें बचा रही हे वोह भी इसी कम्युनिटी के हें कोंग्रेस और कोंग्रेस के र