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Showing posts from December 16, 2008

मस्त फिगर का चस्का,अंग-अंग फड़का

हरियाणा के मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उप मुख्‍यमंत्री चंद्रमोहन को पद से हटा दिया है। पार्टी के प्रवक्‍ता ने बताया कि चंद्रमोहन पिछले 50 दिनों से अपने कार्यालय से गैरहाजिर हैं.लेकिन ये बात किसी से छुपी थोड़े ही है नवाब साब आजकल एक खूबसूरत छोकरी के इश्क मे निकम्मे हो रहे है न उन्हें जनता का दुःख दिखाई देता है ना ख़ुशी उन्हें तो सिर्फ अपनी मासूका का चेहरा नजर आता है और वे दुनिया से बेखबर सारा दिन मासूका के साथ कमरे मे बंद रहते है अब भैया जो खबर हम तक आई है सो आप को बता रहे है भैया तो आजकल देश मे फ़ैल रहा आतंकवाद,गरीबी और न जाने कितनी समस्याए है लेकिन वो हल कैसे होगी जब हमारे उप मुख्‍यमंत्री ही ऐसे हो ! खैर चंद्रमोहन जी भी जवानी ख़त्म होने से पहेले ही मजे लूटना चाहते है उनका सोचना भी शयद ठीक है की गरीब फिर पैदा होंगे और फिर परेशान करेंगे सो कुछ नया करो !खैर आगे की खबर भी कुछ ऐसी है हुड्डा ने उप मुख्‍यमंत्री चंद्रमोहन को कर्तव्‍य-पालन में शिथिलता बरते जाने पर हटाने का निर्णय लिया. चंद्रमोहन एक माह से गैरहाजिर चल रहे थे. इस वजह से आम जनता में भी चंद्रमोहन की नकारात्‍मक छवि बनती जा

रामदेव की राजनैतिक मुद्रा

रामदेव की राजनैतिक मुद्राबाबा रामदेव गदगद हैं। गंगा बचाओ आंदोलन में भाजपा,/कांग्रेस दोनों उन्हें अपने साथ दिखाई दे रही हैं!/कानपुर में सरसैयां घाट पर अविरल गंगाए/निर्मलगंगाष्/आंदोलन शुरु करते हुए चेतावनी दे डाली कि महीने भर में गंगा एक्सप्रेस प्रोजेक्ट से हाथ नहीं खींचा गया तो देख लेना। बाबा को अपने शिविरों में आनेवाली भीड़ देख कर अरसे से लग रहा है कि वे सारे उनके अनुयायी हैं और चुनाव में वे इन समर्थकों के बल पर गजब ढा देंगे। बाबा के समर्थकों को अपने वोट में तब्दील करने के लिए भाजपाई और कांग्रेसी सभी दौडे आए। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल से ले कर रवींद्र पाटनी तक। अब बाबा के मन में राजनैतिक आकांक्षाएं हिलोरें मार रही हैं। अगले चुनाव के लिए उम्मीदवार चुनने का काम भी शुरु होने को है।गंगा अभियान की परिणति जो भी होए बाबा के शुभचिंतकसलाह देने लगें हैं कि जरा धीरे। सलाह देने वालों में एक भारत माता मंदिरए हरिद्वारके स्वामी सत्यमित्रानंद भी हैंजिन्होंने १९५़ के चुनाव में गोरक्षा आन्दोलन केमुद्दे पर मध्यप्रदेश में तत्कालीन भारतीय जनसंघ के लिए घूम घूम कर वोट मांगे थे।वे तब बद्रिका

नंगा नाच मनमोहन सिंह को अच्छा नहीं लगता

केंद्र सरकार सरहदों के पार के पाप को भले ही न मिटा पा रही हो लेकिन बह देश के अन्दर फ़ैल रहे अय्याशी के नंगे नाच को रोकने का पूरा प्रयास कर रही है !!जी हाँ भाइयो हमारी निष्क्रिय केंद्र सरकार ने सक्रिय होते हुए एक कदम उठाया है की बह लिव इन रिलेशनशिप पर अपनी मुहर नहीं लगायेगी मतलब कानूनी मान्यता नहीं देगी !!मतलब भैया सीधा है की जो लोग बिना शादी विवाह के जन्नत के मजे लूट रहे थे और भविष्य के सवरने का सपना देख रहे थे तो उनके लिए हमारा सुझाब है की कपडे पहनो और घर को निकल लो खूब लूटा मजा, खूब देखि जन्नत अब कही ऐसा न हो की न कुछ लुटाने को बचे और ऊपर से शादी की दिक्कत आ जाये सो लिव इन रिलेशनशिप में स्थायी रिश्ते बनाने की कोशिश करो या फिर बाप मताई से कहकर अपने हाँथ पीले करवा लो ..लाल करवा लो जैसे करवाना है करवा लो..... केंद्र सरकार के चक्कर में न बैठो!क्योंकि केंद्र सरकार ने तो अपनी टाँगे उठा दी है की जो करना है सो आप करो हम कुछ नहीं करेंगे! अब केंद्र सरकार भी क्या करे आतंकवाद तो रुक नहीं रहा है सो यही सब रोक लो !!वैसे मुझे भी समझ नहीं आता की केंद्र सरकार पढ़े लिखों के पीछे ही क्यों पड़ जाती कभी आरक