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Showing posts from December 7, 2010

अनजाना शख्श

हमने तो कभी जाना ही न था                          खुद को  इतने करीब से ! उसकी पारखी नजरो ने  न जाने                         केसा ये कमाल कर दिया  ! हमने तो अभी अपनी ज़मी                        मै न पहचान बनाई थी ! उसने तो हमारी गिनती                      तारो मै लाकर ही कर दी ! वक़्त जेसे -जेसे अपनी                   आग़ोश मै भरता चला गया ! हमारी पहचान  मै  और वो ............                   इजाफा करता चला गया ! कितना प्यारा था वो शख्श                 जो हमे इतना प्यार करता था ! हमे खबर भी  न हुई                  और वो दिल मै उतरता चला गया ! कितने प्यारे बन गये थे                 ये रिश्ते बिना किसी चाहत के ! और हम एक दुसरे  को                    सम्मान देते ही चले गये ! न जाने ये दोस्ती का सफ़र                  कब तलक  यु ही चलेगा ! न जाने कब वो  हमे तारो से ............             फिर  सूरज की रौशनी कहेगा ?

पढ़िए सत्ता की सबसे बड़ी दलाली की कहानी

हिन्दुस्तान में आज  2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला छाया हुआ जन्हा तंहा इसकी चर्चा चल रही है लोग अपनी अपनी राय देने से नहीं चूक रहे है,तो कही कुछ ऐसे भी है जिन्हें  2 जी स्पेक्ट्रम  क्या   है यह समझ ही नहीं आ रहा है तो घोटाला थोड़ी दूर की बात है तो आज हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे है  2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले की परिभाषा और आखिर इतने बड़े घोटाले को कैसे अंजाम दिया गया इसकी जांच रिपोर्ट,तो  2 जी स्पेक्ट्रम पर दीजिए अपनी राय. . मनमाने तरीके से बदले नियमः  1995 में जब मोबाइल टेलीफोन सेवा शुरू हुई तो काल दर 16.80 रुपए प्रति मिनट थी। आज यह 25 पैसे तक आ गई है। इस बीच केंद्र में पांच सरकारें बदल गईं। तब मोबाइल ऑपरेटर रेवेन्यू शेयरिंग के आधार पर काम कर रहे थे। सरकार 1998 में नेशनल टेलीकॉम पालिसी लाई। इसमें आपरेटरों को लाइसेंस देने का प्रावधान किया गया। सरकार को अच्छा पैसा मिला। 2007 में सरकार ने 2जी स्पेक्ट्रम नीलाम करने का फैसला किया। इस नीलामी में सरकार को कुल नौ हजार करोड़ रुपए मिले जबकि सीएजी के अनुमान के अनुसार उसे एक लाख पचासी हजार करोड़ रुपए से अधिक की कमाई होनी चाहिए थी। राजा पर आरोप है कि उन्ह