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Showing posts from August 5, 2010

ये भरोसा ना टूटे

प्रीतीश नंदी हर आदमी धीरे-धीरे इसीलिए अकेला होता जा रहा है, क्योंकि उसने अब अपने आसपास के लोगों पर भरोसा करना छोड़ दिया है। यह सच है कि अब दुनिया उतनी सरल नहीं रही, जैसी वह कभी हुआ करती थी। लेकिन जैसे ही हम भरोसा करना छोड़ देते हैं, वैसे ही हम खुद को भीतर से बंद कर लेते हैं और अकेलेपन की कंदरा में खो जाते हैं। हम प्यार कम करते हैं और डरते ज्यादा हैं। हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जो भरोसा करना भूलती जा रही है। इससे भी बुरा यह कि हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं, जहां भरोसे की इसी खाई के इर्द-गिर्द नए उद्योग पनप रहे हैं। वे हमें मजबूर करते हैं कि हम कम से कम भरोसा करें और भय की भावना से ज्यादा से ज्यादा ग्रस्त हों। सुरक्षा के नाम पर होने वाला समूचा कारोबार जाने-पहचाने खतरों से हमारी रक्षा नहीं करता। इसके उलट वह तो भय का ऐसा माहौल बना रहा है, जहां हम किसी भी अनजानी चीज से खुद को डरा हुआ महसूस करते हैं। मेडिकल ट्रीटमेंट भी इसी राह चल रहे हैं। पहले हमें बीमारियों का डर रहा करता था। आज हम बीमारियों के अंदेशे तक से डरे हुए रहते हैं। लिहाजा हम बार-बार अपनी जांच करवाते हैं, पैथोलॉजी टेस्ट करव

मुझे गर्दिशो ने मारा..

बहुत दिनों से सोये नहीं॥ ये तन बुझा बुझा है॥ मुझे गर्दिशो ने मारा॥ मेरा कसूर क्या है॥ मै जा रहा था पथ पर॥ वह मिल गयी अकेली॥ हांथो में लिए पुष्प थी॥ संग न सहेली॥ मुझसे झिझक के बोली॥ मेरा वजूद क्या है॥ मुझे गर्दिशो ने मारा॥ मेरा कसूर क्या है॥ मैंने उसे समझाया॥ ये पथ बड़ा कंटीला॥ आगे मिलेगे पर्वत॥ पीछे मिलेगा टीला॥ हमने भी हामी भर दी॥ बोले वसूल क्या है॥ मुझे गर्दिशो ने मारा॥ मेरा कसूर क्या है॥ चन्द्र दिनों की खुशिया॥ खाली किया समंदर॥ अब दर दर भटक रहा हूँ॥ खाली लिए कमंडल॥ अब कैसे जिए गे हम यूं॥ बोलो रसूल क्या है॥ मुझे गर्दिशो ने मारा॥ मेरा कसूर क्या है॥

नजरो को नसीब खुशिया॥

नजरो को नसीब खुशिया॥ सब जनों को भाये॥ कोई आके हमें बताये ॥ मेरा प्रीतम किधर गया है॥ रूप है सलोना मंद मंद मुस्काते॥ होठो का लाल रंग है चन्दन लगाते॥ मेरा दिल इधर गया है॥ कोई आके हमें बताये.. रस्ते में फूलो की खुशिया बिछाऊगी॥ सखियों संग बैठ के मंगल गीत gaaugi ॥ मुझको पता नहीं है क्या रूप है बनाए॥ मिलते ही बंद पिजड़े में करके ले जाऊगी॥ उन्हें के हाथो से अपनी मांग सज्वाऊगी॥ मेरे ही साथ अब वे प्रेम गीत गाये..