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Showing posts from July 7, 2010
प्‍लीज, अनुराग कश्‍यप को कठघरे में खड़ा मत करिए ♦ मनोज बाजपेयी पिछले दिनों काफी गहमागहमी रही। यहां का दस्तूर ही कुछ ऐसा है। जब तक आपकी फिल्म हिट न हो आपको व्यस्त नहीं रखा जाता। अभी तक मैं अपने जीवन में मशगूल था। अपने तरीके की छोटी बड़ी फिल्में करता था। लेकिन, कुछ दिनों से एक हिट का मुंह नहीं देखा था। इस कारण लोगों की नजरों में चढ़ा नहीं था। इज्जत थी, प्यार था, लेकिन गहमागहमी से दूर था। लेकिन, राजनीति की सफलता के साथ काफी कुछ बदल गया है। एक फिल्म के सफल होने के साथ ही कई सारे लोगों की आशाओं को पूरा करना पड़ता है। और फिर पारिवारिक जिम्मेदारियां। घर में सिर्फ मैं और मेरी पत्नी। और पूरा करने के लिए घर के बहुत सारे काम। इसी में उलझा रहा और लिखने से दूर भागता रहा। लेकिन, एक दो दिन पहले जब मुझे मोहल्‍ला लाइव द्वारा आयोजित बहस में अनुराग कश्यप को बुलाने और उनसे हुई बहस के बारे में जानकारी हुई तो मैंने उसे पढ़ा और फिर मुझे लगा कि लिख ही डालूं। मेरी बहुत बड़ी शिकायत है हमारे पत्रकार मित्रों से। बहुतों से मैं लगातार मिलता हूं और कइयों से पहचान है मेरी। अनुराग कश्यप को बुलाकर उनके होने पर ह

जिसने नमाज़ तर्क की !

जिसने  फज्र की नमाज़ तर्क की उस  के चेहरे से नूर ख़त्म कर दी जाती है  जिसने जुहर की नमाज़ तर्क की उस की रोज़ी बरकत  ख़त्म कर दी जाती है  जिसने  असर  की  नमाज़ तर्क की उस के जिस्म से ताक़त  ख़त्म कर दी जाती है  जिसने मग़रिब की नमाज़ तर्क की उसको औलाद से कोई  ख़ुशी नसीब न होगी  जिसने ईशा की नमाज़ तर्क की उस की नींद से राहत  ख़त्म कर दी जाती है 

लो क सं घ र्ष !: अमिताभ बच्चन पर धोखाधडी वादाखिलाफी तथा मारपीट की साजिश के मामले में पुनिरिक्षण याचिका

बाराबंकी जनपद के दौलतपुर गाँव में सिनेमा एक्टर तथाकथित इस सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने सरकारी अभिलेखों में हेरा - फेरी कर अपने नाम जमीन दर्ज करा ली थी । इस मामले में माननीय उच्च न्यायलय इलाहाबाद खंडपीठ लखनऊ के न्यायमूर्ति श्री ए . एन वर्मा के समक्ष रिट में श्री बच्चन ने विवादित भूमि को ग्राम समाज को वापस करने की बात कही थी । क्षेत्र की जनता का विश्वास जीतने के लिए अमिताभ बच्चन , अमर सिंह आदि ने दौलतपुर गाँव में ऐश्वर्य महाविद्यालय खोलने की घोषणा की थी और नेताओं को भी मात देते हुए श्री बच्चन ने दौलतपुर गाँव को स्वर्ग बनाने की भी बात कही थी किन्तु दौलतपुर गाँव में शिलान्यास कार्यक्रम तो हुआ और बड़े - बड़े फोटो अखबारों में भी छपवाए गए थे किन्तु आज तक महाविद्यालय का कोई भी कार्य आगे नहीं हुआ जिस पर मजबूर होकर ग्राम प्रधान राजकुमारी सिंह ने श्री बच्चन पर अपराधिक वाद दर्ज करने का प्रार्थना पत्र न्यायलय में दिया जिसको ख़ारिज कर दिया

क्यों पगलाते हो..

कलयुग में क्यों दानव बन कर॥ हां हां कार मचाते हो॥ अपनी ढफली अपनी तान॥ अपने आप बजाते हो॥ जब करो इशारा लूटे खजाना॥ खून खराबा हो जाता है॥ शोक में डूबे सच्चे जन को॥ समय चोट पहुचाता है॥ फिर तुमको क्षोभ न होता॥ तुम मदिरालय को जाते हो॥ क्यों तुम रावन कंस बन गए॥ खान दानी क्या पेशा॥ तुम बड़े वेदर्दी निकले॥ रोज़ का तेरा रिसा है॥ हाथ जोड़ सब करते विनती॥ फिर भी तुम रिशियाते हो॥ ई हे बेईमानी के देशी दानव॥ क्यों माल हड़प कर जाते हो॥ जब डंडा गिरता कानूनी तब॥ हाय हाय चिल्लाते हो॥ महा दरिद्र के घर का आटा॥ राह चालत विथरा देते॥ कोई तुमसे कुछ न लेता॥ लेकिन दुःख तुम सब को देते॥ भांग की पुडिया क्यों तुम खा कर॥ रोज़ रोज़ पगलाते हो॥