नहीं रह सकता By डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमी September 04, 2010 नहीं रह सकता ईर्ष्या, छल,छद्म, कपट,धोखा, अहम्, जिद स्वार्थ, रहते जहां, चलती घातें-प्रतिघातें नहीं रह सकता जिन्दा प्रेम वहां. Read more