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Showing posts from September 4, 2010

नहीं रह सकता

नहीं रह सकता ईर्ष्या, छल,छद्म, कपट,धोखा, अहम्, जिद स्वार्थ, रहते जहां, चलती घातें-प्रतिघातें नहीं रह सकता जिन्दा प्रेम वहां.