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Showing posts from December 30, 2009

नव वर्ष पर नवगीत: महाकाल के महाग्रंथ का --संजीव 'सलिल'

नव वर्ष पर नवगीत संजीव 'सलिल' महाकाल के महाग्रंथ का नया पृष्ठ फिर आज खुल रहा.... * वह काटोगे, जो बोया है. वह पाओगे, जो खोया है. सत्य-असत, शुभ-अशुभ तुला पर कर्म-मर्म सब आज तुल रहा.... * खुद अपना मूल्यांकन कर लो. निज मन का छायांकन कर लो. तम-उजास को जोड़ सके जो कहीं बनाया कोई पुल रहा?... * तुमने कितने बाग़ लगाये? श्रम-सीकर कब-कहाँ बहाए? स्नेह-सलिल कब सींचा? बगिया में आभारी कौन गुल रहा?... * स्नेह-साधना करी 'सलिल' कब. दीन-हीन में दिखे कभी रब? चित्रगुप्त की कर्म-तुला पर खरा कौन सा कर्म तुल रहा?... * खाली हाथ? न रो-पछताओ. कंकर से शंकर बन जाओ. ज़हर पियो, हँस अमृत बाँटो. देखोगे मन मलिन धुल रहा... ********************** http://divyanarmada.blogspot.com

लो क सं घ र्ष !: नयी पीढ़ी कैसे शिक्षित होगी

हमारे समाज में बेरोजगारी अत्याधिक है दूसरी तरफ शिक्षण संस्थाओ में शिक्षा देने के लिए शिक्षकों का भी अभाव है । सरकार ने अध्यापकों के सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष तक करने का प्रस्ताव रखा और विश्व विद्यालयों में 70 साल तक की उम्र के अध्यापक अध्यापन कार्य कर सकेंगे । सरकार नयी पीढ़ी को तैयार करने की जिम्मेदारी से हट रही है और इस तरह के प्रयोगों से शिक्षा का स्तर गिरेगा और आने वाली पीढ़ी का भी भविष्य अच्छा नहीं होगा । उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में नए - नए प्रयोगों के कारण कक्षा पांच का छात्र अंगूठा लगा कर छात्रवृत्ति प्राप्त करता है उसका मुख्य कारण यह है कि बेसिक विद्यालयों में अध्यापक की नियुक्त ही नहीं है । शिक्षा मित्रों का प्रयोग भाजपा सरकार ने किया उसके पीछे मंशा यह थी कि 2000 रुपये में हम अध्यापक रखेंगे और सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था को नष्ट करेंगे अब सरकार शिक्षा मित्रों को ही कुछ प्रशिक्षण देकर स्थाई नियुक्ति करने की

नया साल अब आयेगा..

नयी प्रभात की नहीं रोशनी॥ नया वर्ष अब आयेगा॥ नयी कली में फूल खिलेगे॥ भमरा गीत सुनाएगा॥ कर प्रतिज्ञा कर्मठ बनने को॥ मौसम आतुर हो जाएगा ॥ नयी नवेली सजेगी बगिया॥ पतझड़ भी मुस्काएगा॥ ऋतू बदलेगी पवन चलेगी॥ मौसम सुख बरसायेगा॥ तेरे आँगन में छोटा लल्ला॥ हंस के उधम मचाएगा॥