Skip to main content

Posts

Showing posts from May 1, 2010

लो क सं घ र्ष !: शानो शौकत के लिए वतन बेच देंगे, धरा बेच देंगे, न कुछ भी मिला तो कफ़न बेंच देंगे

दंतेवाडा की घटना के समय देश में एक तबका बहुत जोर शोर से अपना सीना पीट रहा था । उस समय उसे आदिवासियों की जमीन, हवा, पानी याद नहीं था कि उनका सब कुछ बहुराष्ट्रीय कम्पनियां, राष्ट्रीय पूँजीपतियों ने छीन लिया है। सरकार भी बहुराष्ट्रीय कंपनियों, पूँजीपतियों के एजेंट कि भूमिका में अगर काम करने लगती है तो अशांति पैदा ही होगी। आज देश में स्थापित सरकार कि स्तिथि जनता के पक्ष में नहीं है। सीना पीटने वालों की बात को अगर शत प्रतिशत मान भी लिया जाए तो अब सी . आर . पी . एफ के राम पुर कैंप के दो अर्मोरार सहित सात पुलिस विभाग की गिरफ्तारी से यह साफ़ हो गया है कि अपराधियों को आर्म्स और कारतूस की सप्लाई नियमित रूप से इन्ही विभागों द्वारा की जा रही है । जिन अधिकारियो और कर्मचारियों के पास अतिरिक्त आय के साधन ( घूश का मद न होना ) नहीं होते हैं , वह लोग कारतूस आर्म्स बेंच कर काम चलते हैं । पुलिस पी . एस . सी के लोग जो ऐसी जगहों पर तैनात हैं जहाँ जनता से रिश्वत नहीं ली ज

लो क सं घ र्ष !: ब्लॉग उत्सव 2010

सम्मानीय चिट्ठाकार बन्धुओं, सादर प्रणाम, आज दिनांक 30.04.2010 को ब्लोगोत्सव-2010 के अंतर्गत प्रकाशित पोस्ट का लिंक किसी उपनिषद की तरह है यह परिकल्पना : इमरोज़ http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_9889.html ब्लोगोत्सव - २०१० : बच्चे भी तो बेरौनक जगह जाना नही चाहते नाब http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_8696.html ब्लोगोत्सव - २०१० : ग्यारह बजे भी बिस्तर छोडे तो क्या फर्क पड़ जायेगा ? http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_1961.html ब्लोगोत्सव - २०१० : ये बेचारा हृदय की जन्मजात् बीमारी की वज़ह से नीला पड़ चुका है http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_1707.html ब्लोगोत्सव - २०१० : क्या वह भौतिक पदार्थों के मोह से ऊपर उठ चुका है ? http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_30.html ब्लोगोत्सव - २०१० : आपको इंतज़ार था , लीजिये आ गए .........! http://www.parikalpnaa.com/ 2010/04/blog-post_7519.html ब्लोगोत्सव - २०१० : आज का दिन कुछ