Skip to main content

Posts

Showing posts from February 24, 2011

हिंदुस्तान का दर्द यह भी हे

बरी होने के बाद भी वारंट में गिरफ्तारी Wednesday, February 23, 2011 #fullpost{display:none;} भारत का कानून हे के देश के किसी भी व्यक्ति को विधि विरूद्ध तरीके से जेल नहीं भेजा जा सकता लेकिन एक फेसला शुदा मुकदमा जिसमें कथित रूप से सरकारी गलती के चलते वारंट जारी हुआ हो और वापस नहीं मंगाया हो तो किसी आम आदमी को और आम आदमी नहीं मजदूर नेता को अगर जेल भेज दिया जाए और फिर उसे गलती पकड़ में आने पर छोड़ना पढ़े तो देश के कानून के लियें इससे बढ़ी शर्म की बात और क्या हो सकती हे ।राजस्थान में अभी वारंटियों की धरपकड के अभियान चलाए गये यहाँ ४० हजार से भी अधिक वारंटियों को पुलिस पकड़ नहीं रही थे वर्षों से वारंट थानों में धूल चाट रहे थे अभियान चला अवार्न्त की पत्रावलियों से धूल झाडी गयी और फिर धर पकड़ अभियान चला कई पत्रावलियों के फेसले हो गये फिर भी वारंट थाने में नह पढ़े रहे पुराने वारंट थे पुलिस कर्तव्यों की पालना नहीं कर रही थी इसलियें वारंट जमा होते गये अव्वल तो अब तक जी अधिकारीयों ने इन वारंट पर कार्यवाही नहीं की थी उन्हें नामजद कर दंडित करना जरूरी हे फिर जल्दबाजी में अभियान के रूप में वारंट तमिल ह

वन्दना जी अध्यक्ष बनी

आल इंडिया ब्लोगर एसोसिएशन में ग्रहणियों का कब्जा , सलीम भाई ने वन्दना जी को बनाया अध्यक्ष Wednesday, February 23, 2011 आल इण्डिया ब्लोगर एसोसिएशन जहां बहुत कुछ नया लिखा जा रहा हे दुसरे ब्लॉग की तरह ही लोगों को लेखन और भाईचारा सद्भावना से जोड़ा जा रहा हे इसमें वन्दना जी को अध्यक्ष नियुक्त कर खलबली मचा दी हे पिछले कई वर्षों से सभी ब्लोगर भाइयों की चहेती बनी बहन साहित्यकार वन्दना जी लिखती भी हें तो घर की ज़िम्मेदारिया भी सम्भालती हें अब वोह आल इंडिया ब्लोगर एसासिएशन की ज़िम्मेदारी भी सम्भालेंगी इसके लियें उन्हें और उनकी टीम को हार्दिक बधाई। वन्दना जी इस ब्लॉग की अध्यक्ष बनने के बाद बहुत कुछ नया करेंगी और नया दिखाएंगी वन्दना जी को एक बढ़ी टीम भी साथ में काम करने के लियें तय्यार की गयी हे , सहज ,निर्मल,और बहतरीन लेखिका वंदना बहन को यह जिमेदारी देने पर शायद सभी ब्लोगर भाइयों को ख़ुशी हुई होगी सलीम भाई का चयन लोगों को जोड़ने वालों का रहा हे और बहन वन्दना चर्चा मंच या और दुसरे माध्यमों से लोगों को साहित्य से ब्लोगिंग से जोडती रही हें । AIBA केवल शाब्दिक पहलवानी का अखाड़ा