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Showing posts from February 1, 2010

लो क सं घ र्ष !: मौका मिला तो कफ़न नोच लेंगे

image source : google search साम्राज्यवादी मुल्कों ने दुनिया के काफी देशों को लूटा है खसोटा है । छोटे से देश हैती को इस कदर साम्राज्यवादियों ने वहां की प्राकृतिक सम्पदा का दोहन किया है कि पर्यावरण व पारिस्थितकी की व्यवस्था ही डगमगा गयी और भयंकर भूकंप आया लाखों लोग मारे गए । अनाथ बच्चों की तादाद कई हजारों में हो गयी अब साम्राज्यवादियों के एक गिरोह को हैती पुलिस ने पकड़ा है जिसके पास से 33 बच्चे बरामद हुए हैं । इन बच्चों को डामिनिकन रिपब्लिक ले जाया जा रहा था । मानव तस्कर हैती में जगह जगह राहत और बचाव के बहाने कैम्प लगाये हुए हैं । जो मानव संसाधन की तस्करी भी कर रहे हैं । ब्रिटिश साम्राज्यवाद का जब सूरज अस्त नहीं होता था तो वह गुलाम देशों से आदमियों को ले जा कर कमर के नीचे गरम लोहे से नंबर डाल कर छोटे - छोटे मुल्कों में खेती करवाते थे । यूरोप की समृद्धि का राज भी यह है कि मानव को गुलाम बना कर उनकी श्रम शक्ति से अपने वहां क

गंदी गालियों और बोल्ड सीन का ‘इश्क़िया'

निर्देशक : अभिषेक चौबे प्रोडच्यूसर : केतन मारू , रमन मारू और विशाल भारद्वाज लेखक : विशाला भारद्वाज, सबरीना धवन , अभिषेक चौबे कलाकार : नसीरुद्दीन शाह, अरशद वारसी, विद्या बालन संगीत : विशाल भारद्वाज बैनर : शेमारू इंटरटेनमेंट फिल्म ‘इश्क़िया’, अपनी बोल्डनेस, शानदार पटकथा, विद्या बालन के संजीदा और बिंदास अभिनय और नसीर और अरशद के खिलंदड़ अंदाज से मिलकर बनी फिल्म है। फिल्म के निर्देशक अभिषेक चौबे की यह पहली फिल्म है, रियलिस्टिक सिनेमा के दौर में ‘इश्क़िया’जैसी फिल्म के साथ वे बेहतर शुरुआत करते दिखाई दे रहे हैं। ‘इश्क़िया’बॉलीवुड की एक ऐसी गरम हवा है जिसके तपन से सेंसर बोर्ड ने इसे ए सटिफिकेट दिया है, लेकिन यह कुछ गालियों के शोर और कुछ बोल्ड सीन से परे भी बहुत कुछ है, नए अंदाज में। यह फिल्म बॉलीवुड में आ रहे लेखन के नए अंदाज की तरफ भी संके त करती है जो कुछ ज्यादा ही बोल्ड है। लेकिन विद्या और नसीर द्वारा संवाद इतने शानदार अंदाज में बोले गए हैं जो बोल्ड होते हुए भी एक खास प्रभाव छोड़ते है। फिल्म की कहानी में रोमांस, छल, धोखा और और दिल की इच्छाओं का ऐसा खेल है, इन सब से बॉलीवुड की इस नई गर