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Showing posts from July 28, 2011

संस्‍कृतजगत् पर अबतक प्रकाशित प्रशिक्षण कक्ष्‍याएँ

प्रिय संस्‍कृतशिक्षार्थी गण जैसा कि आप सभी को पता है, संस्‍कृत को सरलतम विधि से सीखने के लिये संस्‍कृतजगत् द्वारा नया पाठ्यक्रम तैयार किया गया है जिसके कुछ पाठ प्रकाशित भी किये जा चुके हैं ।  ये पाठ प्रारम्‍भ से अंत तक संस्‍कृत के आवश्‍यक बिन्‍दुओं को सरलतम विधि से आपके समक्ष प्रस्‍तुत करते हैं ताकि आप संस्‍कृत को बिना किसी अन्‍य की सहायता के सीख सकें ।        इनके अब तक प्रकाशित किये गये अध्‍यायों की श्रृंखला यहाँ नीचे प्रस्‍तुत कर रहा हूँ जिसकी सहायता से संस्‍कृतप्रशिक्षण कक्ष्‍या के नये शिक्षार्थी औरों के साथ पहूँच सकेंगे ।  तथा जिन्‍होने बीच में अध्‍ययन छोड दिया था उन्‍हे भी छूटे हुए पाठ प्राप्‍त हो सकेंगे । संस्‍कृत प्रशिक्षणकक्ष्‍या के अब तक के प्रकाशित पाठ भूतकाल (परफेक्‍ट कान्टिन्‍युअस टेन्‍स) http://www.sanskritjagat.co. in/2011/07/past-perfect- continuous-tense-learn.html भूतकाल (परफेक्‍ट टेन्‍स) http://www.sanskritjagat.co. in/2011/07/past-perfect-tense- learn-sanskrit-for.html भूतकाल (कान्टिन्‍युअस टेन्‍स) http://www.sanskritjagat.co. in/2011/07/learn-sanskrit-for- f

SANSKRITJAGAT: भूतकालस्‍य पूर्णवाक्‍यै: सह गम्‍यमानानां वाक्‍यानां निर्माण प्रक्रिया– Past Perfect Continuous Tense (Learn Sanskrit For Free…

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