Skip to main content

Posts

Showing posts from February 22, 2010

गूगल और लाइव हिन्दुस्तान द्वारा आयोजित प्रतियोगिता

गूगल और लाइव हिन्दुस्तान द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के लिए मेरे द्वारा भेजे गए लेख पर विजिट तथा लेख की अच्छाई एवं बुराई को अपनी राय देकर प्रकट करने की कृपा करें.आपकी राय मेरी लिए काफी महत्वपूर्ण होगी...... लेख पर जाने के लिए   यहाँ  क्लीक करें:- संजय सेन सागर हिन्दुस्तान का दर्द, आगे पढ़ें के आगे यहाँ

लो क सं घ र्ष !: मरगे आशिक पर फ़रिश्ता मौत का बदनाम था

देश -विदेश में भौतिक विकास तो हुआ, लोग शिक्षित भी हुए, सुख- सुविधायें बढ़ी परन्तु मानवता न जाने कहाँ सो गई, इधर तबड़तोड़ कई हृदय-विदारक घटनायें घट गई, डेढ़ सौ वर्ष पूर्व की गालिब की यह पंक्ति अब भी फरयाद कर रही है:- आदमी को भी मयस्सर नहीं इनसां होना ? अब घटनाओं पर जरा नजर डलिये- पुणे में आतंकी हमला-11 मरे, 40 जनवरी-यह हमला कोरे गाँव स्थित जर्मन बेकरी पर हुआ- शक इण्डियन मुजाहिद्दीन पर भी और हेडली पर भी- मेरा यह कहना है कि अत्याचार, जुल्म, हत्याएं किसी की भी हों, कहीं भी हों, किसी ने की हों, इन पर दुख करना चाहिये तथा इनकी अत्याधिक र्भत्सना की जानी चाहिये, परन्तु दुख इस बात का है कि जिम्मेदार वर्ग से जो प्रतिक्रियाएं आनी चाहिए वह नहीं आईं। दूसरी घटना-झाण ग्राम व लालगढ़ के धर्मपुर में सुरक्षा बलों के तीन शिविरों पर पुलिस कैम्प पर पहले-30 जवान शहीद-पांच दिन बाद फिर-बिहार के जमुई जिले के फुलवारिया गाँव में नक्सलियों ने 12 लोगों को मौत के घाट उतारा-इन घटनाओं में भी इंसान मारे गये, परन्तु प्रतिक्रियाएं सुनने को नहीं मिलीं। आतंकवादी घटना पर चार दिन बाद यह कहा गया है कि इस धमाके में डेविड