मुंबई. संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने सचिन तेंडुलकर के राज्यसभा में मनोनयन पर संवैधानिक सवाल खड़े किए तो मंगलवार को सचिन तेंडुलकर ने भी अपनी योग्यता के बारे में विस्तार से बता दिया। सचिन ने कहा कि मैं 400 गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाता हूं। सोमवार को कश्यप ने कहा था कि संवीधान की धारा 80 (G) के तहत सिर्फ कला, साहित्य, विज्ञान या समाजसेवा क्षेत्र से संबंधित व्यक्ति को ही नामित किया जा सकता है। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए सचिन ने जोर देकर कहा कि वो खिलाड़ी हैं और खिलाड़ी ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह 22 सालों से देश के लिए क्रिकेट खेल रहे हैं और इसी नाते उनका राज्यसभा के लिए मनोनयन किया गया है। इसे उन्होंने बहुत बड़ा सम्मान बताया। सचिन ने कहा कि सबसे पहले यही कहना चाहूंगा कि महामहिम राष्ट्रपति जब आपका नाम उस सूची में मनोनीत करती हैं जिसमें पहले कई बड़ी-बड़ी हस्तियां जैसे लता मंगेशकर जी और पृथ्वीराज कपूर जैसे लोग मनोनीत हो चुके हैं तो आपको अच्छा लगता है। मनोनयन किसी क्षेत्र में योगदान के आधार पर होता है। मैं साढ़े 22 साल देश के लिए क्रिक