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Showing posts from August 16, 2010

मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥

मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥ उनकी लड़की बड़ी होशियार है ,, ये भी बताया है... कहने लगे की बेटा ,,अभी कच्ची कली है॥ अप्सराओ से भी सुन्दर हमारी लली है॥ उसके अनेको काम को मुझको दिखाया है॥ मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥ बात सुनती नहीं किसी की न सम्मान करती है॥ बेतुकी बात करती हरदम अकड़ती है॥ उसके दिलेरी बात को फिर से सुनाया है॥ मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥ पढ़ाई में मन नहीं लगाई तभी तो दसवी पास है... बहुत धन दू गा मै तुमको जो हमारे साथ है॥ अपने सपनों को अपने हाथो से सजाया है॥ मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥ मेरे घर वाले सब खुश थे॥ हमें आभास हो रहा था॥ इस चक्कर में मत फसो मेरे कान में कह रहा था॥ लालच में मै भी आके अपने भविष्य को डुबाया॥ मै भी बिका दहेज़ में॥ ससुर बुलाया है॥