४०० वा पोस्ट करने का रिकॉर्ड सलीम खान के नाम था तो मैंने सोचा की क्यों न ६०० का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जाये !तो हिन्दुस्तान का दर्द का ६०० नंबर का पोस्ट मेरे नाम हो गया है अब आप लोग बधाई दे सकतें है ! आगे पढ़ें के आगे यहाँ
अम्बरीश जी एवं अन्य सभी लेखकों का मैन एक बार फिर सुक्रिया अदा करता हूँ की आप लोग इस मंच एक माध्यम से देश का दर्द बंया कर रहे है ! आपको भी बधाई हो अम्बरीश जी !
यह बड़े गर्व की बात है हिन्दुस्तान का दर्द ब्लोग्स काफी तेजी से आगे की ओर अगर्सित हो रहा है जिसमे सभी की अपनी भूमिका है अम्बरीश साहब आपको तहे दिल से बधाई देते है आप इसी पकार लिखते रहे. आपका अपना अलीम आज़मी
डॉ.प्रभुनाथ सिंह के स्वर्गवास का समाचार मुझे अभी चार घंटा पहले प्रख्यात कवि डॉ.केदारनाथ सिंह से मिला। वे हावड़ा में अपनी बहन के यहां आये हुए हैं। उन्हीं से जाना भोजपुरी में उनके अनन्य योगदान के सम्बंध में। गत बीस सालों से वे अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन नाम की संस्था चला रहे थे जिसके अधिवेशन में भोजपुरी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव पारित हुआ था तथा उसी की पहल पर यह प्रस्ताव संसद में रखा गया और उस पर सहमति भी बन गयी है तथा सिद्धांत रूप में इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया है। केदार जी ने बताया कि डॉ.प्रभुनाथ सिंह का भोजपुरी में निबंध संग्रह प्रकाशित हुआ है और कविताएं भी उन्होंने लिखी हैं हालांकि उनका संग्रह नहीं आया है। कुछ कविताएं अच्छी हैं। केदार जी के अनुसार भोजपुरी के प्रति ऐसा समर्पित व्यक्ति और भोजपुरी के एक बड़े वक्ता थे। संभवतः अपने समय के भोजपुरी के सबसे बड़े वक्ता थे। बिहार में महाविद्यालयों को अंगीकृत कालेज की मान्यता दी गयी तो उसमें डॉ.प्रभुनाथ सिंह की बड़ी भूमिका थी। वे उस समय बिहार सरकार में वित्तमंत्री थे। मृत्यु के एक घंटे पहले ही उनसे फोन से बातें हुई ...
गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा
अम्बरीश जी एवं अन्य सभी लेखकों का मैन एक बार फिर सुक्रिया अदा करता हूँ की आप लोग इस मंच एक माध्यम से देश का दर्द बंया कर रहे है !
ReplyDeleteआपको भी बधाई हो अम्बरीश जी !
बधाई हो अम्बरीश जी,
ReplyDeleteहिन्दुस्तान के दर्द का काफ़िला यूँ ही आगे और बहुत आगे चलता जाये और बन जाये हिन्दुस्तान का नंबर वन ब्लॉग !!
वैसे मेरे नाम 400वाँ पोस्ट का रिकॉर्ड तो था ही, मैंने हिंदुस्तान के दर्द का 500वाँ पोस्ट भी मैंने ही किया था !!!
खैर! रिकॉर्ड बनते बिगड़ते रहेंगे मगर हिन्दुस्तान के दर्द का काफ़िला यूँ ही आगे और बहुत आगे चलता जाये, इसकी कामना करता हूँ!
सलीम खान
भड़ास फॉर यूपी
(यूपी4भड़ास.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
badhai ho
ReplyDeleteयह बड़े गर्व की बात है हिन्दुस्तान का दर्द ब्लोग्स काफी तेजी से आगे की ओर अगर्सित हो रहा है जिसमे सभी की अपनी भूमिका है अम्बरीश साहब आपको तहे दिल से बधाई देते है आप इसी पकार लिखते रहे.
ReplyDeleteआपका अपना
अलीम आज़मी
बधाई. यह आपके लिए ही नहीं. हम सबके लिए bhi ख़ुशी की बात है.
ReplyDeleteअरे! मुझे मत भूलो. ६०१ वीं रचना से नए शतक की शुरुआत तो मैंने ही की है.
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