संजय सेन सागर
उसके मम्मी पापा के प्यार का नतीजा ही था की उसका वजन सौ किलो से ज्यादा हो चुका था| रंग एक दम गोरा और मोटे मोटे से गाल,वो किसी को भी स्वीट या क्यूट लग सकता था | आइसक्रीम,पिज़्ज़ा और फ़ास्ट फ़ूड से उसका प्यार इतना की बस मानो उसे सब मिल गया | वो जितना स्वीट था,उसका नाम उसकी स्वीटनेस को और ज्यादा बड़ा देता था ''रिदम'' नाम था उसका|
रिदम् की कई सालों से बस एक ही दोस्त थी तान्या| जो रहती भी उसके अपार्टमेंट के पास ही थी और क्लास में बैठती भी बिलकुल उसके बगल में ही थी| तान्या जब भी फुर्सत में होती या क्लास में बोर होती वो रिदम् के गालों को दबा दबाकर अपना टाइम पास करती रहती | रिदम् को भी तान्या पिज़्ज़ा और आइसक्रीम तक से ज्यादा पसंद थी| उसे तान्या का इस तरह से परेशान करना बिलकुल भी बुरा नहीं लगता था|
इसी तरह दो साल गुजरे तो रिदम को लगा की तान्या में कुछ बदलाव आ रहा है,वो पहले की तरह ना तो रिदम के साथ बात करती थी ना उसके साथ पहले की तरह हंसी मजाक करती है| पहले तो रिदम और तान्या साथ में एनिमेटेड मूवी देखा करते थे,गेम खेला करते थे पर अब जैसे तान्या ने यह सब बंद ही कर दिया था| वो रिदम के साथ बैठती भी नहीं थी| बेचारा रिदम परेशान रहता उसे यह समझ पाना मुश्किल हो रहा था की वो दोनों ही अब तक बच्चे नहीं रह गए थे| तान्या के अंदर भी वो बचपना ख़त्म हो रहा था और शायद रिदम के अंदर भी तभी तो उसे तान्या को लेकर इतनी फ़िक्र हो रही थी|
एक दिन क्लास में ग्रुप डिस्कशन के दौरान रिदम को पता चला की तान्या को सलमान खान पसंद है उसकी फिट बॉडी,उसका स्टाइल| यहाँ तक की तान्या की एक सहेली ने उसे यहाँ तक बताया की वो सलमान खान जैसा बॉयफ्रेंड बनायेगी| रिदम को तो पता भी नहीं चला की कब तान्या का फेवरेट सलमान खान बन गया,वो दोनों तो कार्टून ही देखते आये थे साथ में| तान्या के बॉयफ्रेंड बनाने वाली बात को सोच सोचकर रिदम को डर लग रहा था,ऊपर से कुछ दिनों बाद फरबरी शुरू होने वाला था जिसका मतलब था हग डे,किस डे,टेडी डे वेलेंटाइन डे मतलब हर एक दिन रिदम को खतरा सा महसूस होना था|
रात को सोने के लिए लेटता तो खुद का पेट देखकर,सलमान खान याद आ जाता| रिदम ने तय किया की वो कल से जिम जायेगा और वेलेंटाइन डे के पहले ही एक दम फिट हो जायेगा| यह रिदम की सोच थी वो एक महीने में एक साल का काम करना चाह रहा था| रिदम ने जिम जाना शुरू कर दिया,घंटों तक मशीन पर भागता रहता,पसीने में तर हो जाता| यहाँ तक की जिम बंद होने से पहले वो अकेला ही जिम में बचता| वो खुद को सलमान खान जैसे बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहा था|
घर से निकलता तो चश्मा शर्ट के पीछे दबंग सलमान की तरह लटका होता और जब जिम में भाग रहा होता तो गाना भी हुड दबँग बज रहा होता था| जिम करते वक़्त तान्या का फ़ोन आता तो खामोश सी जगह में चला जाता वो तान्या को यह अहसास नहीं होने देने चाहता था की वो पतला होने की कोशिश कर रहा है| स्कूल और मार्किट में रिदम के दोस्त दिल खोलकर खाते लेकिन बेचारा रिदम बड़ी मुश्किल से खुद को कंट्रोल कर पाता |
फरबरी शुरू हो चुकी थी|जैसे जैसे दिन गुजरता रिदम पेन से एक गोल बना देता जैसे की किसी खास और बहुत बड़े मिशन पर हो| धीरे धीरे वो दिन भी गुजरने लगे जिनका सबको इंतज़ार होता है हग डे,किस डे,टेडी डे | जैसे ही एक दिन गुजरता रिदम तान्या में यह देखने की कोशिश करता की कहीं कुछ हुआ तो नहीं है,किसी ने तान्या को कुछ दिया तो नहीं है | वो खुद को बेहद खतरे में महसूस कर रहा था | रिदम पहले से कहीं ज्यादा मेहनत करता पर नतीजें इतने जल्दी आने वाले नहीं थे|
वेलेंटाइन डे के दिन जब रिदम स्कूल पहुंचा तो सब आपस में बात कर रहे थे की तान्या को अर्पित ने प्रपोज़ किया | अर्पित का नाम सुनकर रिदम एक दम खामोश और उदास हो गया | अर्पित स्कूल की फुटबॉल टीम का कैप्टन था एक दम फिट,स्मार्ट फुर्तीला | रिदम को यकीन हो गया की तान्या ने उसका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया होगा | तान्या को सलमान पसंद है वो भी सलमान की तरह ही तो है फिट | उस दिन पूरी क्लास में रिदम एक दम शांत बैठा रहा | ना किसी से बात,ना लंच |
स्कूल से जब घर पहुंचा तो घर जाने की बजाय कॉलोनी के गार्डन में बैठ गया | उसे समझ नहीं आ रहा था की वो अब क्या करे,उसे पता नहीं था की उसे क्या हो रहा है,लेकिन वो इतना बता सकता था की उसे सीने में दर्द हो रहा था |ठीक उसी जगह जहाँ शायद दिल होता है | वो सिर झुकाए बैठा था,तभी कोई उसके बगल में आकर बैठ गया | उसे देखा तो एक दम से चौक गया वो तान्या थी जो उसके बगल में बैठकर मुस्कुरा रही थी | तान्या ने सिर को हिलाते हुए पुछा क्यों क्या हुआ?
रिदम खामोश उसे देखता रहा और फिर ख़ामोशी तोड़ते हुए बोला- तुम अर्पित की गर्लफ्रेंड बन गयी ? तान्या - अच्छा,वो कैसे ? रिदम-कैसे क्या,अर्पित ने तुझे प्रपोज़ किया ना ? तान्या- तो प्रपोज़ बस करने से कोई किसी की गर्लफ्रेंड बन जाता है क्या ? रिदम-मतलब? तान्या-मतलब ये की उसने मुझे प्रपोज़ किया लेकिन मैंने मना कर दिया | रिदम-ओह मुझे लगा तुमने हाँ कह दिया होगा |
वो सब छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ लायी हूँ | तान्या ने अपने स्कूल बैग से एक सफ़ेद गुलाब और चॉकलेट निकाली और रिदम के हाँथ में रख दी और कहा ''हैप्पी वेलेंटाइन डे | रिदम के चहेरे पर स्माइल आ गयी | उसके ब्लश करते गालों को तान्या ने जोर से दबा दिया | अपने गालों को तान्या की पकड़ से छुड़ाते हुए रिदम ने कहा अच्छा एक बात बता- तूने अर्पित को मना क्यों किया,वो तो एक दम फिट और स्मार्ट है सलमान खान की तरह ? तान्या-अच्छा,वैसे किसने कहा मुझे सलमान खान पसंद है ? रिदम- अच्छा तुझे सलमान पसंद नहीं है तो फिर कौन है ? तान्या- अदनान सामी | तान्या ने जोर से रिदम के गालों को दबाते हुए कहा यस अदनान सामी एंड यू आर माय अदनान सामी |
उसके मम्मी पापा के प्यार का नतीजा ही था की उसका वजन सौ किलो से ज्यादा हो चुका था| रंग एक दम गोरा और मोटे मोटे से गाल,वो किसी को भी स्वीट या क्यूट लग सकता था | आइसक्रीम,पिज़्ज़ा और फ़ास्ट फ़ूड से उसका प्यार इतना की बस मानो उसे सब मिल गया | वो जितना स्वीट था,उसका नाम उसकी स्वीटनेस को और ज्यादा बड़ा देता था ''रिदम'' नाम था उसका|
रिदम् की कई सालों से बस एक ही दोस्त थी तान्या| जो रहती भी उसके अपार्टमेंट के पास ही थी और क्लास में बैठती भी बिलकुल उसके बगल में ही थी| तान्या जब भी फुर्सत में होती या क्लास में बोर होती वो रिदम् के गालों को दबा दबाकर अपना टाइम पास करती रहती | रिदम् को भी तान्या पिज़्ज़ा और आइसक्रीम तक से ज्यादा पसंद थी| उसे तान्या का इस तरह से परेशान करना बिलकुल भी बुरा नहीं लगता था|
इसी तरह दो साल गुजरे तो रिदम को लगा की तान्या में कुछ बदलाव आ रहा है,वो पहले की तरह ना तो रिदम के साथ बात करती थी ना उसके साथ पहले की तरह हंसी मजाक करती है| पहले तो रिदम और तान्या साथ में एनिमेटेड मूवी देखा करते थे,गेम खेला करते थे पर अब जैसे तान्या ने यह सब बंद ही कर दिया था| वो रिदम के साथ बैठती भी नहीं थी| बेचारा रिदम परेशान रहता उसे यह समझ पाना मुश्किल हो रहा था की वो दोनों ही अब तक बच्चे नहीं रह गए थे| तान्या के अंदर भी वो बचपना ख़त्म हो रहा था और शायद रिदम के अंदर भी तभी तो उसे तान्या को लेकर इतनी फ़िक्र हो रही थी|
एक दिन क्लास में ग्रुप डिस्कशन के दौरान रिदम को पता चला की तान्या को सलमान खान पसंद है उसकी फिट बॉडी,उसका स्टाइल| यहाँ तक की तान्या की एक सहेली ने उसे यहाँ तक बताया की वो सलमान खान जैसा बॉयफ्रेंड बनायेगी| रिदम को तो पता भी नहीं चला की कब तान्या का फेवरेट सलमान खान बन गया,वो दोनों तो कार्टून ही देखते आये थे साथ में| तान्या के बॉयफ्रेंड बनाने वाली बात को सोच सोचकर रिदम को डर लग रहा था,ऊपर से कुछ दिनों बाद फरबरी शुरू होने वाला था जिसका मतलब था हग डे,किस डे,टेडी डे वेलेंटाइन डे मतलब हर एक दिन रिदम को खतरा सा महसूस होना था|
रात को सोने के लिए लेटता तो खुद का पेट देखकर,सलमान खान याद आ जाता| रिदम ने तय किया की वो कल से जिम जायेगा और वेलेंटाइन डे के पहले ही एक दम फिट हो जायेगा| यह रिदम की सोच थी वो एक महीने में एक साल का काम करना चाह रहा था| रिदम ने जिम जाना शुरू कर दिया,घंटों तक मशीन पर भागता रहता,पसीने में तर हो जाता| यहाँ तक की जिम बंद होने से पहले वो अकेला ही जिम में बचता| वो खुद को सलमान खान जैसे बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहा था|
घर से निकलता तो चश्मा शर्ट के पीछे दबंग सलमान की तरह लटका होता और जब जिम में भाग रहा होता तो गाना भी हुड दबँग बज रहा होता था| जिम करते वक़्त तान्या का फ़ोन आता तो खामोश सी जगह में चला जाता वो तान्या को यह अहसास नहीं होने देने चाहता था की वो पतला होने की कोशिश कर रहा है| स्कूल और मार्किट में रिदम के दोस्त दिल खोलकर खाते लेकिन बेचारा रिदम बड़ी मुश्किल से खुद को कंट्रोल कर पाता |
फरबरी शुरू हो चुकी थी|जैसे जैसे दिन गुजरता रिदम पेन से एक गोल बना देता जैसे की किसी खास और बहुत बड़े मिशन पर हो| धीरे धीरे वो दिन भी गुजरने लगे जिनका सबको इंतज़ार होता है हग डे,किस डे,टेडी डे | जैसे ही एक दिन गुजरता रिदम तान्या में यह देखने की कोशिश करता की कहीं कुछ हुआ तो नहीं है,किसी ने तान्या को कुछ दिया तो नहीं है | वो खुद को बेहद खतरे में महसूस कर रहा था | रिदम पहले से कहीं ज्यादा मेहनत करता पर नतीजें इतने जल्दी आने वाले नहीं थे|
वेलेंटाइन डे के दिन जब रिदम स्कूल पहुंचा तो सब आपस में बात कर रहे थे की तान्या को अर्पित ने प्रपोज़ किया | अर्पित का नाम सुनकर रिदम एक दम खामोश और उदास हो गया | अर्पित स्कूल की फुटबॉल टीम का कैप्टन था एक दम फिट,स्मार्ट फुर्तीला | रिदम को यकीन हो गया की तान्या ने उसका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया होगा | तान्या को सलमान पसंद है वो भी सलमान की तरह ही तो है फिट | उस दिन पूरी क्लास में रिदम एक दम शांत बैठा रहा | ना किसी से बात,ना लंच |
स्कूल से जब घर पहुंचा तो घर जाने की बजाय कॉलोनी के गार्डन में बैठ गया | उसे समझ नहीं आ रहा था की वो अब क्या करे,उसे पता नहीं था की उसे क्या हो रहा है,लेकिन वो इतना बता सकता था की उसे सीने में दर्द हो रहा था |ठीक उसी जगह जहाँ शायद दिल होता है | वो सिर झुकाए बैठा था,तभी कोई उसके बगल में आकर बैठ गया | उसे देखा तो एक दम से चौक गया वो तान्या थी जो उसके बगल में बैठकर मुस्कुरा रही थी | तान्या ने सिर को हिलाते हुए पुछा क्यों क्या हुआ?
रिदम खामोश उसे देखता रहा और फिर ख़ामोशी तोड़ते हुए बोला- तुम अर्पित की गर्लफ्रेंड बन गयी ? तान्या - अच्छा,वो कैसे ? रिदम-कैसे क्या,अर्पित ने तुझे प्रपोज़ किया ना ? तान्या- तो प्रपोज़ बस करने से कोई किसी की गर्लफ्रेंड बन जाता है क्या ? रिदम-मतलब? तान्या-मतलब ये की उसने मुझे प्रपोज़ किया लेकिन मैंने मना कर दिया | रिदम-ओह मुझे लगा तुमने हाँ कह दिया होगा |
वो सब छोड़ो मैं तुम्हारे लिए कुछ लायी हूँ | तान्या ने अपने स्कूल बैग से एक सफ़ेद गुलाब और चॉकलेट निकाली और रिदम के हाँथ में रख दी और कहा ''हैप्पी वेलेंटाइन डे | रिदम के चहेरे पर स्माइल आ गयी | उसके ब्लश करते गालों को तान्या ने जोर से दबा दिया | अपने गालों को तान्या की पकड़ से छुड़ाते हुए रिदम ने कहा अच्छा एक बात बता- तूने अर्पित को मना क्यों किया,वो तो एक दम फिट और स्मार्ट है सलमान खान की तरह ? तान्या-अच्छा,वैसे किसने कहा मुझे सलमान खान पसंद है ? रिदम- अच्छा तुझे सलमान पसंद नहीं है तो फिर कौन है ? तान्या- अदनान सामी | तान्या ने जोर से रिदम के गालों को दबाते हुए कहा यस अदनान सामी एंड यू आर माय अदनान सामी |
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर