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सांसद भिड़े, बाबा अड़े: रामदेव के खिलाफ नोटिस

नई दिल्ली. सांसदों को लेकर आपत्तिजनक बयान देने पर योग गुरु स्वामी रामदेव की मुश्किलें बढ़ती हुई लग रही हैं। समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य शैलेंद्र कुमार ने इस मुद्दे पर विशेषाधिकार हनन का नोटिस देते हुए कहा कि सांसदों का संसद के बाहर लगातार अपमानित किया जा रहा है। कभी कोई संत तो कभी कोई सामाजिक कार्यकर्ता सांसदों को चोर, लुटेरा, शैतान, हैवान कह रहा है। बाबा रामदेव को बीजेपी से भी इस मुद्दे पर समर्थन नहीं मिल रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए स्वामी रामदेव की आलोचना की। उन्होंने कहा, 'कोई कितना बड़ा भी संत हो, समाजसेवी हो, उसे सांसदों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है।'  
 
गौरतलब है कि दुर्ग में भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा था, 'संसद में बैठे कुछ लोग रोगी, जाहिल और लुटेरे हैं।' स्वामी रामदेव ने सांसदों को हत्यारा तक करार देते हुए कहा है कि संसद में बैठे लोग इंसान के रूप में शैतान-हैवान हैं। उन्होंने कहा, '543 रोगी हिंदुस्तान चला रहे हैं। हमने उन्हें कुर्सी पर बैठा दिया है। लेकिन उन्हें कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। लेकिन देश चल रहा है। हमने ऐसा ही सिस्टम बनाया है। बेईमान, भ्रष्ट लोगों से संसद को भी बचाना है।' हालांकि, रामदेव ने कुछ सांसदों को अपनी आलोचना से बख्शते हुए कहा कि वहां (संसद में) कुछ अच्छे लोग भी बैठे हैं। 
 
योग गुरु का बयान आने पर राजनीतिक दलों ने इसकी आलोचना भी शुरू कर दी थी। डुमरियागंज संसदीय सीट से लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता जगदंबिका पाल ने कहा, 'अन्ना जी द्वारा संसद और सांसदों पर की गई टिप्पणी हो या स्वामी रामदेव की टिप्पणी, ये सांसदों पर टिप्पणी नहीं है बल्कि जनता की समझ पर सवाल है। सांसदों को जनता ही चुनती है।' भ्रष्टाचार और काले धन पर सरकार की तरफदारी करते हुए पाल ने कहा, 'सरकार ने पारदर्शिता पर जोर दिया है। सरकार ने अन्ना और स्वामी रामदेव की भावनाओं की कद्र की है। भारत में जिस तरह से चुनाव हो रहे हैं, उससे लोकतंत्र मजबूत होगा।' वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मोहन सिंह ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दें और वे साधु की तरण आचरण करें।  

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