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ब्रिज के ऊपर सौदा और नीचे अंधेरे में कामलीला



 
सूरतःयहां के सरदार ब्रिज जैसे महत्वपूर्ण जगह पर बिंदास सेक्सरैकेट का धंधा फल-फूल रहा है। डीबी गोल्ड ने एक स्टिंग ऑपरेशन करके यह खुलासा किया कि किस तरह ब्रिज पर खड़ी कॉलगर्ल और दलाल नियम-कानून को धता बताकर ग्राहकों से सौदे को अमली-जामा पहनाते हैं। ग्राहक बिना किसी डर के ब्रिज पर न सिर्फ भाव-ताव करता है, उसके बाद ब्रिज के नीचे अंधेरे में कामलीला...।
सबसे बड़ी बात इस ब्रिज से आने-जाने वाली सभ्य घरों की महिलाओं को भी कई बार ग्राहकों के गंदे जुबान से होकर गुजरना पड़ता है, इसके लिए स्थानीय लोगों ने कई बार पुलिस में शिकायत भी की लेकिन सेक्स रैकेट के खिलाफ कोई कुछ न कर सका। इस पूरे प्रकरण में उमरा पुलिस सिर्फ तमाशबीन का रोल अदा कर रही है।
कहां चलता है रैकेट?
कई सालों से शहर के मजुरागेट के पास सरेआम वेश्यालय चल रहा है। लेकिन अब दो महीने से ग्राहक सरदार ब्रिज पर कॉलगर्ल की तलाश में इधर-उधर भटकते हुए दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि मजुरागेट के साथ ब्रिज पर भी कॉलगर्ल का सौदा होता है।
कौन है सूत्रधार
मजुरागेट और सरदार ब्रिज के नीचे दो पुरुष और लगभग चार महिला दलाल यह सेक्स रैकेट चलाती हैं। इतना ही नहीं ये दलाल कॉलगर्ल दिलाने के बाद ग्राहकों से भी पैसा लेते हैं।
कुछ इस तरह से चलता है रैकेट
कॉलगर्ल और दलाल ब्रिज के ऊपर ग्राहकों की तलाश में चहलकदमी करते रहते हैं। ग्राहकों में अमीर घर के लड़कों के साथ-साथ कामधंधा करने वाले लोग भी शामिल हैं। दलाल कॉलगर्ल दिलवाते हैं। इसके बाद ग्राहक कॉलगर्ल को लेकर ब्रिज के नीचे जाता है जहां अंधेरे में सबकुछ होता है।
इस प्रकार पहुंची टीम
स्थानीय लोगों की शिकायत पर डीबीगोल्ड की टीम मजुरागेट के पास पहुंची। यहां ग्राहक बनकर एक पत्रकार ने कॉलगर्ल के साथ बातचीत की। लड़की ने पत्रकार से एक हजार रु. की मांग की। जब पत्रकार ने जगह के बारे में पूछा तो लड़की ने कहा, अगर तुम्हारे पास कोई जगह हो तो वहां ले चलो, नहीं तो सरदार ब्रिज के नीचे हम चल सकते हैं। उसके बाद पत्रकार सौदा रद्द कर सरदार ब्रिज के नीचे पहुंचा गया, जहां के दृश्य देख वह पूरी तरह से स्तब्ध रह गया। यहां पर खुलेआम कामलीला का खेल चल रहा था।
उमरा पुलिस दोषी
सरदार ब्रिज जैसे खुले जगह पर सेक्स रैकेट का घिनौना खेल खेला जा रहा है और पुलिस को कुछ पता नहीं, ऐसा हो नहीं सकता। इस बाबत उमरा पुलिस में कई बार शिकायत भी की जा चुकी है लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
अब हम सब ठीक कर देंगे...
''ब्रिज के ऊपर और नीचे चल रहे गेम को जल्द से जल्द डिस्पोज कर दिया जाएगा। अभी तक यहां पर चल रहे गंदे काम की जानकारी हमें नहीं थी लेकिन अब हम पूरी सतर्कता के साथ जांच पड़ताल करेंगे।'' - राघवेन्द्र वत्स, डीसीपी-जोन-3

आपकी राय
क्या इतना बड़ा खेल बिना पुलिस के सहयोग के हो पाना संभव है? क्या आपको नहीं लगता ऐसी मामलों में पुलिस चंद पैसों से बिक जाती है? नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय दुनियाभर के पाठकों संग शेयर कीजिए...

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