सत्य साईं बाबा खुद को भगवान का अवतार कहते हैं। 40 हजार करोड़ रुपये का आध्यात्मिक साम्राज्य बनाए बैठे सत्यसाईं बाबा पर भक्तों को सम्मोहित करके उनका यौन शोषण करने के आरोप लगे हैं। ब्रिटेन, स्वीडन, जर्मनी और अमेरिका के सांसदों केकई समूहों ने यह भी आरोप लगाए कि सत्य साईं बाबा तिकड़म और हाथ की सफाई दिखाते हैं। आरोपों के अनुसार आंध्र प्रदेश मेंपुट्टपर्थी स्थित सत्य साईं के आश्रम में इस तरह की शर्मनाक गतिविधियां लंबे समय से चलती रही हैं और इनके बारे में कभी पुलिसरिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। आरोप सामान्य शारीरिक संबंधों के अलावा समलैंगिक गतिविधियों के भी हैं और कई भक्तों का कहना हैकि उन्हें मोक्ष दिलाने के बहाने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए गए।
मलेशिया की एक भक्त ने सीधे सत्य साईं बाबा पर आरोप लगाया तो ब्रिटेन की एक महिला ने यहां तक कहा कि बाबा और उनकेसहयोगियों ने लंबे समय तक उसका शारीरिक शोषण किया। ज्यादातर आरोप किशोरों और युवा भक्तों द्वारा लगाए गए हैं। 1970 मेंएक ब्रिटिश लेखक टाल ब्रोक ने सत्य साईं बाबा को 'सेक्स का भूखा भेड़िया' करार दिया था। कैलिफोर्निया (अमेरिका) के रहने वालेग्लेन मैनॉय ने अमेरिकी अदालत में सत्य साईं बाबा के खिलाफ मुकदमा चलाने की अर्जी दी।
जून 2004 में बीबीसी ने अपने कार्यक्रम 'द सीक्रेट स्वामी' में दावा किया कि भारत से लेकर कैलीफोर्निया तक सत्य साईं बाबा के कईपूर्व भक्तों ने उनसे मुंह मोड़ लिया है। इनका आरोप है कि बाबा ने उनकी जिंदगी बर्बाद की है। चैनल ने बाबा की एक पूर्व भक्तअलाया के हवाले से कहा कि बाबा ने उसका यौन शोषण किया। इस कार्यक्रम में दिए बाइट में अलाया ने कहा, 'मुझे उनके (सत्य साईंबाबा) की वो बात याद है कि यदि तुम ऐसा नहीं करती हो तो मैं क्या कर सकता हूं। तुम्हारे जीवन में कष्ट और परेशानियां झेलनीपड़ेंगी।'
2006 में ब्रिटेन में बाबा को लेकर नया विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब सत्य साईं ट्रस्ट ब्रिटेन के ड्यूक ऑफ इडनबर्ग के अवार्ड चैरिटी का पार्टनर बना। दोनों पक्षों के बीच तय हुआ कि चैरिटी के करीब 200 युवा वालंटियर श्री सत्य साईं संगठन के लिए काम करने भारत जाएंगे। हालांकि स्थानीय लोगों के विरोध के बाद सत्य साईं बाबा संगठन की ब्रिटिश स्थित शाखा साईं यूथ यूके ने अपने कदम पीछे खींच लिए। कई लोगों (जिनमें सत्य साई के पूर्व भक्त भी शामिल थे) ने सवाल किए कि जब बाबा का चरित्र संदिग्ध है तो चैरिटी ने ऐसा फैसला क्यों किया। ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने इस मुद्दे को तूल देते हुए कहा कि ड्यूक ऑफ इडनबर्ग अवार्ड से उस आध्यात्मिक समूह से जोड़ा जा रहा है जिसके संस्थापक पर बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप हैं।
सत्य साईं बाबा के खिलाफ आरोप लगते रहे लेकिन इनकी कभी जांच भी नहीं की गई। सत्य साईं बाबा को देश के कई नामी जादूगरचुनौती भी दे चुके हैं और मशहूर जादूगर पीसी सरकार ने तो उनके सामने ही उन्हीं की तरह हवा से विभूति और सोने की जंजीरनिकाल कर दिखा दी थी। इसके बाद भक्तों ने सरकार को धक्के मार कर आश्रम से बाहर कर दिया था। आश्रम में यौन शोषण औरआर्थिक धोखाधड़ी के शिकार हुए कई लोगों की रिपोर्ट जब पुलिस ने नहीं लिखी तो उन्होंने अपने उच्चायोगों और दूतावासों में शिकायतकी और आखिरकार अपने देशों में जा कर शिकायत लिखवाई।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के सांसद टोनी कोलमेन और भूतपूर्व ब्रिटिश मंत्री टॉम सैक्रिल ने तो यह मामला ब्रिटिश संसद में भी उठा दियाहै। उन्होंने बीबीसी की एक रिपोर्ट को सबूत के तौर पर पेश किया है और मांग की है कि सत्य साईं बाबा को ब्रिटेन आने के लिएहमेशा के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाए। यह बात अलग है कि सत्य साईं बाबा आमतौर पर अपने आश्रम से बाहर ही नहीं निकलते।
bahut sateek baten likhi hain aapne .
ReplyDeleteइनको मालूम ही नहीं कि ये क्या कह रहे हैं.
ReplyDeleteसंजय सेन जी बाबा के बारे में आपकी जानकारी कितनी है, क्या सत्य के बारे में आपने जाना है कभी. आर के करंजिया को जानते हैं.यदि नहीं तो किसी बुजुर्ग से पूछिये... सब जानकारी मिल जाएगी,
बाबा ने मानव धर्म की स्थापना के लिये जो किया उसे तो आपने कभी महसूस ही नहीं किया . अब एक बार बाबा के बारे में चिंतन करिये