जम्मू और कश्मीर की लोकतान्त्रिक और निर्वाचित संविधान-सभा ने 1957 में एकमत से 'महाराजा द्वारा कश्मीर के भारत में विलय के निर्णय' को स्वीकृति दे दी और राज्य का ऐसा संविधान स्वीकार किया जिसमें कश्मीर के भारत में स्थायी विलय को मान्यता दी गयी थी ।पकिस्तान ने कभी भी पाक अधिकृत कश्मीर को खाली नहीं किया जिससे की वहां पर जनमत संग्रह हो सके .आजादी मिलने के कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान में कबायलियों के भेष में अपनी सेना कश्मीर में भेज दिया यह कश्मीर को हडपने का उसका एक कुटिल प्रयास था .
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर