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पूर्व खिलाड़ी हो, 2 करोड़ रुपए लो, और विशेषज्ञ बनो

वर्ल्डकप के शुरू होते ही हर चीज़ का बाज़ार तेज होता हुआ नजर आ रहा है ऐसे में मीडिया कहा पीछे रह सकता है उसमे भी होड़ लगी है खुद को सबसे अलग दिखाने की तो देखिये क्या कुछ हथकंडे अपना रहा है मीडिया क्रिकेट के महासंग्राम में खुद की टी आर पी का ग्राफ ऊपर उठाने के लिए......  


एक पूर्व भारतीय स्पिनर के सामने वर्ल्डकप के दौरान न्यूज चैनल का विशेषज्ञ बनने के लिए 25 लाख रुपए की पेशकश आई। पेशकश काफी अच्छी कही जा सकती है, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस पूर्व खिलाड़ी ने इसे ठुकरा दिया। कारण-उसे दूसरे न्यूज चैनल से इससे भी बेहतर प्रस्ताव मिल चुका था। सूत्रों के अनुसार इन दिनों न्यूज चैनलों में वर्ल्डकप के लिए बेहतरीन विशेषज्ञ पैनल बनाने की जंग छिड़ी हुई है। 45 दिन के वर्ल्डकप के लिए पुराने धुरंधरों को 10 लाख से लेकर दो करोड़ रुपए तक की पेशकश की जा चुकी है।

इंडिया टीवी के मैनेजिंग एडिटर विनोद कापरी के अनुसार जैसे-जैसे वर्ल्डकप का बुखार सिर चढ़ता जा रहा है, सभी न्यूज चैनल ऐसी दौड़ में शामिल होते जा रहे हैं। प्रत्येक चैनल चाहता है कि टूर्नामेंट के दौरान उसकी टीआरपी बढ़े और वो प्रतिद्वंद्वी चैनलों से आगे रहे। इसके लिए चैनल प्रबंधन पुराने धुरंधरों को मुंह मांगी रकम तक देने के लिए तैयार हैं।

एनडीटीवी 24x7 की स्पोर्ट्स एडिटर व एंकर सोनाली चंदर ने कहा कि विशेषज्ञ जितने अच्छे होंगे, चैनल को उतना ज्यादा ही देखा जाएगा। हमने सुनील गावसकर और अजय जडेजा से अनुबंध किया है, हालांकि सोनाली ने उन्हें दी जाने वाली रकम के बारे में कुछ नहीं कहा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डीन जोंस भी इसी चैनल पर नजर आएंगे। टाइम्स नाउ चैनल ने अरुण लाल और रवि शास्त्री को अपने पैनल में शामिल किया है।

सूत्रों ने बताया कि गावसकर, कपिल देव और इमरान खान जैसे पूर्व धुरंधरों को जोड़ना हर चैनल के बस की बात नहीं है। इन्हें एक से दो करोड़ रुपए के बीच की राशि दी जा रही है। जावेद मियादाद और जहीर अब्बास को 45 दिन के लिए 30 से 40 लाख रुपए की पेशकश की गई है। ऐसे क्रिकेटरों को भारत में रुकवाने पर भी 10 से 15 लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। आकाश चोपड़ा व अंजुम चोपड़ा जैसे खिलाड़ियों को भी 30 दिन के लिए आठ से 10 लाख रुपए का प्रस्ताव मिल चुका है।

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