नैके सलवा मा नशा हम छोड़ देबय॥
बिन फ़ोकट बिमारी नहीं लेबय॥
गाल मुह सूख गैले,, होय गहे बुढ़वा ॥
हमका घेर्रावय काल वाला पड़वा॥
दारू गांजा से दूर रहवे ..नैके सलवा मा नशा हम छोड़ देबय॥
सब कुछ देख लीं मज़ा नहीं येहमा॥
बहुत बुरायी होत फंस गए गेह मा॥
सब का शिक्षा ईहे हम देबय॥
नैके सलवा मा नशा हम छोड़ देबय॥
आओ मेरे आगंतुक हम स्वागत को तैयार॥
हम भी तो तेरे यार है हम भी तेरे यार है...
बिन फ़ोकट बिमारी नहीं लेबय॥
गाल मुह सूख गैले,, होय गहे बुढ़वा ॥
हमका घेर्रावय काल वाला पड़वा॥
दारू गांजा से दूर रहवे ..नैके सलवा मा नशा हम छोड़ देबय॥
सब कुछ देख लीं मज़ा नहीं येहमा॥
बहुत बुरायी होत फंस गए गेह मा॥
सब का शिक्षा ईहे हम देबय॥
नैके सलवा मा नशा हम छोड़ देबय॥
आओ मेरे आगंतुक हम स्वागत को तैयार॥
हम भी तो तेरे यार है हम भी तेरे यार है...
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर