बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर की तुलना ऑस्ट्रेलियाई महान बल्लेबाज डॉन ब्रेडमैन से करना उचित नहीं लग रहा। उन्होंने कहा है कि जब तक हम अपनी उपलब्धियों पर गर्व करना नहीं सीखेंगे, तब तक दूसरे हमारा सम्मान नहीं करेंगे।
बिग बी ने अपने ब्लॉग में दोनों खिलाड़ियों की तुलना करने वालों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने लिखा, ‘अक्सर यह बहस होती है कि सचिन महान हैं या डॉन ब्रेडमैन? यह तय है कि सचिन महानतम हैं। यह बहस करके कि सचिन वास्तव में महान हैं या नहीं? आप उनकी उपलब्धि को कम कर रहे हैं। मुझे इस पर एतराज है।’
उन्होंने लिखा है, ‘कौन महान है या और कौन नहीं, इसकी सहमति बनाने वाला मीडिया कौन होता है? हम जानते हैं कि सचिन महान हैं और यहीं पर मामला खत्म होता है। मेरी सबसे गुजारिश है कि सचिन की तुलना दूसरों से करके उनके कद को कम न करें। दूसरों को उनसे तुलना करने दें।’
अमिताभ ने कहा, ‘हम क्यों हमेशा अपनी उपलब्धियों की तुलना पश्चिमी देशों से करते हैं। मैं मानता हूं कि वे हमसे ज्यादा विकसित हैं, भौतिक रूप से समृद्ध हैं, तकनीकी तौर पर ज्यादा कुशल और सुरक्षित हैं, लेकिन इतना सब होने से ही क्या यह मान लिया जाए कि वह हमसे बेहतर हैं।’ अमिताभ ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि विदेशी आक्रमणकारियों के हमले और शासन के कारण हम विनम्र और आज्ञाकारी हो गए, लेकिन कई क्षेत्रों में यही हमारा सबसे बड़ा गुण बन गया। किसी उपलब्धि पर इठलाना हमने सीखा ही नहीं।
अंग्रेजी शासन में रहने के कारण हम खुद को दूसरों से कमतर आंकने लगे, पर इसमें दो राय नहीं कि कुछ मामलों में हम बेहतरीन भी हैं।’ बिग बी को पश्चिमी देशों की महानता पर संदेह नहीं है, पर उनका यह भी मानना है कि हम भी कम नहीं हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण सचिन तेंदुलकर ने पेश किया है।
अमिताभ ने कहा, ‘अक्सर मुझसे पूछा जाता है कि आप कब हॉलीवुड में काम कर रहे हैं? हम आपको ऑस्कर पुरस्कार जीतते हुए देखना चाहते हैं। ऐसा कहकर हम अपनी हार स्वीकार कर लेते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब हम अपने हीरो की तुलना दूसरों से किए बिना उनकी तारीफ करेंगे तो सभी हमारी भावनाओं का सम्मान देंगे।
बिग बी ने अपने ब्लॉग में दोनों खिलाड़ियों की तुलना करने वालों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने लिखा, ‘अक्सर यह बहस होती है कि सचिन महान हैं या डॉन ब्रेडमैन? यह तय है कि सचिन महानतम हैं। यह बहस करके कि सचिन वास्तव में महान हैं या नहीं? आप उनकी उपलब्धि को कम कर रहे हैं। मुझे इस पर एतराज है।’
उन्होंने लिखा है, ‘कौन महान है या और कौन नहीं, इसकी सहमति बनाने वाला मीडिया कौन होता है? हम जानते हैं कि सचिन महान हैं और यहीं पर मामला खत्म होता है। मेरी सबसे गुजारिश है कि सचिन की तुलना दूसरों से करके उनके कद को कम न करें। दूसरों को उनसे तुलना करने दें।’
अमिताभ ने कहा, ‘हम क्यों हमेशा अपनी उपलब्धियों की तुलना पश्चिमी देशों से करते हैं। मैं मानता हूं कि वे हमसे ज्यादा विकसित हैं, भौतिक रूप से समृद्ध हैं, तकनीकी तौर पर ज्यादा कुशल और सुरक्षित हैं, लेकिन इतना सब होने से ही क्या यह मान लिया जाए कि वह हमसे बेहतर हैं।’ अमिताभ ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि विदेशी आक्रमणकारियों के हमले और शासन के कारण हम विनम्र और आज्ञाकारी हो गए, लेकिन कई क्षेत्रों में यही हमारा सबसे बड़ा गुण बन गया। किसी उपलब्धि पर इठलाना हमने सीखा ही नहीं।
अंग्रेजी शासन में रहने के कारण हम खुद को दूसरों से कमतर आंकने लगे, पर इसमें दो राय नहीं कि कुछ मामलों में हम बेहतरीन भी हैं।’ बिग बी को पश्चिमी देशों की महानता पर संदेह नहीं है, पर उनका यह भी मानना है कि हम भी कम नहीं हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण सचिन तेंदुलकर ने पेश किया है।
अमिताभ ने कहा, ‘अक्सर मुझसे पूछा जाता है कि आप कब हॉलीवुड में काम कर रहे हैं? हम आपको ऑस्कर पुरस्कार जीतते हुए देखना चाहते हैं। ऐसा कहकर हम अपनी हार स्वीकार कर लेते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब हम अपने हीरो की तुलना दूसरों से किए बिना उनकी तारीफ करेंगे तो सभी हमारी भावनाओं का सम्मान देंगे।
मै अमिताभ बच्चन जी की बात से सहमत हु दोस्त उनका कहना बिलकुल सही है हम किसी और से अपनी तुलना क्यु करे सब अपने आप मै एक सम्पुरण व्यक्तित्व लिए हुए है फिर किसी और से अपनी तुलना करके अपना समय क्यु ख़राब करे, क्यु न अपने आप को अपने आप से और बेहतेर बनाये हम !
ReplyDeleteजानकारी के लिए धन्यवाद दोस्त !