डीसीपी ने करवाया मुक्त
गांव से भागे सभी पुलिसकर्मी बाढड़ा थाने पहुंचे और मामले की जानकारी दी। बाढड़ा के एसएचओ अनिल ने इसकी सूचना दादरी के डीएसपी सुरेश को दी तथा दोनों एक साथ हड़ौदी पहुंचे। डीएसपी सुरेश ने मौके पर पहुंचकर राजस्थान के पुलिस एसएचओं रामगोपाल और पुलिसकर्मी राजकुमार को छुड़वाया तथा ग्रामीणों की बात सुनी। डीएसपी ने एसएचओ और पुलिसकर्मी को दादरी के सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया और सुबह दोनों इलाज के बाद सीकर रवाना हो गए।
कनपटी पर लगाया था पिस्तौल
इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि राजस्थान पुलिस के कर्मचारी बिना वर्दी के थे और उन्होंने आते ही शोभा की कनपटी पर पिस्तौल लगा दिया। इसका खेत के पड़ोसियों ने इसका विरोध किया। इस पर उन लोगों ने हवाई फायर किए और भागने लगे। उधर, राजस्थान के एसएचओ रामगोपाल ने बाढड़ा पुलिस को बताया कि उन्होंने कोई फायर नहीं किया और वे तो पूछताछ के लिए गए थे।
शुक्रवार को इस मामले को लेकर हड़ौदी के ग्रामीण बाढड़ा थाना प्रभारी अनिल और भिवानी के एसपी से मिले। दोनों से मिलकर गांववालों ने राजस्थान पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों को झूठा बताया। बाढड़ा पुलिस ने राजस्थान पुलिस टीम की शिकायत पर हड़ौदी निवासी शोभा पहलवान और अनिल पहलवान समेत एक दर्जन अन्य युवकों पर अपहरण कर जानलेवा हमला करने और पुलिस के काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। मामले में अभी तक किसी भी युवक की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जिसकी लाठी उसकी भैंस..
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